जेवलिन थ्रो फाइनल में नीरज चोपड़ा का सामना अरशद नदीम से: क्या बनेगा इतिहास, या दिखेगी पुरानी दोस्ती?
टोक्यो, 18 सितंबर 2025: एथलेटिक्स की दुनिया में आज एक बड़ा मुकाबला होने वाला है। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 के पुरुष जेवलिन थ्रो फाइनल में भारत के सुपरस्टार नीरज चोपड़ा का सामना पाकिस्तान के अरशद नदीम से होगा। नीरज पिछले विश्व चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल विजेता हैं, जबकि अरशद ने पिछले साल पेरिस ओलंपिक में गोल्ड जीतकर सबको चौंका दिया था। क्या नीरज अपने खिताब का बचाव करेंगे? क्या अरशद फिर से नीरज को पीछे छोड़ देंगे? और क्या दोनों के बीच की पुरानी दोस्ती मैदान पर दिखाई देगी? ये सवाल आज हर खेलप्रेमी के मन में घूम रहे हैं।यह मुकाबला सिर्फ खेल का नहीं, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच की जानी-मानी प्रतिद्वंद्विता का भी प्रतीक है। लेकिन दोनों एथलीटों ने हमेशा खेल को सबसे ऊपर रखा है। नीरज चोपड़ा, हरियाणा के पानीपत जिले के एक छोटे से गांव किशनपुरा खास के रहने वाले, ने अपने करियर की शुरुआत संघर्षों से की। बचपन में मोटापे की वजह से उन्हें ताने सुनने पड़ते थे, लेकिन उन्होंने जेवलिन थ्रो को चुना और आज दुनिया के टॉप एथलीट बन चुके हैं। 2021 टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर की थ्रो से गोल्ड जीतकर उन्होंने भारत को पहला एथलेटिक्स ओलंपिक गोल्ड दिलाया।
फिर 2023 बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में 88.17 मीटर की थ्रो से गोल्ड जीता। इस सीजन में उन्होंने दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर की नेशनल रिकॉर्ड थ्रो की, जो उनके 90 मीटर के सपने को पूरा करने वाली थी।उधर, पाकिस्तान के अरशद नदीम का सफर भी कम प्रेरणादायक नहीं है। मियांवाली जिले के एक गरीब परिवार से आने वाले अरशद ने कड़ी मेहनत से ऊंचाइयों को छुआ। 2024 पेरिस ओलंपिक में उन्होंने 92.97 मीटर की ऐतिहासिक थ्रो से ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया और गोल्ड जीता। यह पाकिस्तान के लिए एथलेटिक्स में सबसे बड़ा मेडल था। लेकिन क्वालीफिकेशन राउंड में अरशद को थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उनके पहले दो थ्रो खराब रहे, लेकिन तीसरे में 85.28 मीटर की दूरी तय करके फाइनल में जगह बनाई। अरशद का पर्सनल बेस्ट 92.97 मीटर है, जो नीरज के मौजूदा फॉर्म को चुनौती दे सकता है।विश्व चैंपियनशिप का यह फाइनल टोक्यो नेशनल स्टेडियम में हो रहा है, जहां नीरज ने 2021 ओलंपिक गोल्ड जीता था। क्वालीफिकेशन राउंड में नीरज ने सिर्फ एक ही थ्रो मारा, जो 84.85 मीटर था। यह ऑटोमैटिक क्वालीफिकेशन मार्क से ज्यादा था, इसलिए उन्हें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। भारत के सचिन यादव भी फाइनल में हैं, जिन्होंने 83.67 मीटर की थ्रो से 10वें स्थान पर जगह बनाई। अन्य दावेदारों में जर्मनी के जूलियन वेबर (सीजन बेस्ट 91.51 मीटर), ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स (89.53 मीटर) और केन्या के जूलियस यego शामिल हैं। कुल 12 एथलीट फाइनल में उतरेंगे।
फाइनल शाम 3:53 बजे IST शुरू होगा।यह मुकाबला नीरज के लिए खास है। अगर वे गोल्ड जीतते हैं, तो वे तीसरे पुरुष जेवलिन थ्रोअर बन जाएंगे जो लगातार दो विश्व चैंपियनशिप गोल्ड जीतेंगे। नीरज ने क्वालीफिकेशन के बाद कहा, “यह सीजन का आखिरी मुकाबला है। मैं अपना पूरा जोर लगाऊंगा।” अरशद भी पूरी तरह फिट हैं। चोट से उबरने के बाद वे एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 86.40 मीटर की थ्रो से गोल्ड जीत चुके हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या अरशद नीरज को पछाड़ पाएंगे? पेरिस ओलंपिक में अरशद ने नीरज को हराया था, जहां नीरज का बेस्ट 89.45 मीटर था। लेकिन नीरज का हेड-टू-हेड रिकॉर्ड अरशद पर 9-1 है।अब बात दोनों की दोस्ती की। नीरज और अरशद की जोड़ी खेल जगत में मिसाल थी। पेरिस ओलंपिक के बाद दोनों ने एक-दूसरे को बधाई दी और सोशल मीडिया पर दोस्ती के संदेश शेयर किए। अरशद ने नीरज का जन्मदिन मनाया और कहा, “मेरे दोस्त को शुभकामनाएं।” लेकिन 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से चीजें बदल गईं। मई में नीरज ने कहा कि वे कभी बहुत करीबी दोस्त नहीं थे, बस सम्मान करते थे। उन्होंने कहा, “हमारी दोस्ती वैसी नहीं रहेगी जैसी पहले थी, लेकिन एथलीट के तौर पर हम बात करते रहेंगे।” अरशद ने भी जवाब दिया कि वे अपनी सेना के साथ खड़े हैं। क्या आज मैदान पर पुरानी दोस्ती झलकेगी? या सिर्फ प्रतिस्पर्धा होगी? नीरज ने कहा, “खेल मैदान पर सब बराबर हैं।”भारत में यह मैच देखने का इंतजार सबको है।
फाइनल को स्टार स्पोर्ट्स 1, स्टार स्पोर्ट्स 2 और स्टार स्पोर्ट्स 1 हिंदी चैनलों पर लाइव दिखाया जाएगा। ऑनलाइन स्ट्रीमिंग जियो हॉटस्टार ऐप और वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। जियोस्टार नेटवर्क ने स्पेशल जेवलिन फीड भी रखा है। क्वालीफिकेशन राउंड की तरह फाइनल में भी नीरज के फैंस की संख्या लाखों में होगी। भारत सरकार और एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) ने नीरज को पूरा सपोर्ट दिया है। AFI ने 19 सदस्यीय टीम भेजी, जिसमें चार जेवलिन थ्रोअर थे।यह मुकाबला सिर्फ मेडल का नहीं, बल्कि एथलेटिक्स को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का है। नीरज अगर 90 मीटर पार करते हैं, तो यह उनका सपना पूरा होगा। अरशद की थ्रो अगर ओलंपिक रिकॉर्ड के करीब आई, तो पाकिस्तान जश्न मना लेगा। लेकिन जो भी जीते, खेल की जीत होगी। भारतीय फैंस नीरज के लिए दुआ कर रहे हैं। क्या आज टोक्यो का स्टेडियम फिर से ‘नीरज-नीरज’ के नारों से गूंजेगा? इंतजार की घड़ी खत्म होने वाली है।
