OP Rajbhar की पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पियूष मिश्रा ने अखिलेश एंड कंपनी पर किया तीखा वार!
समाजवादियों का मस्जिद प्रेम तो सिर्फ़ हिन्दू भावनाओं को आहत करने का हथियार है…
लखनऊ- “9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने सर्वसम्मति से #RAM_MANDIR के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला सुनाया। 5 अगस्त 2020 को माननीय प्रधानमंत्री जी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया!
आज 25 नवम्बर 2025 अयोध्या एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक क्षण का साक्षी बना। विवाह पंचमी के पावन अवसर पर श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पूर्ण निर्माण का प्रतीक बने ध्वजारोहण (धर्म ध्वजा फहराने) का भव्य समारोह आयोजित हुआ। यह मंदिर निर्माण की अंतिम विधिवत प्रक्रिया थी!
इतने वर्षों में विपक्षी दलों ( खासकर समाजवादी पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी)और तथाकथित सेकुलर बुद्धिजीवियों ने सैकड़ों बार कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए, मंदिर निर्माण में अड़ंगा डालने की कोशिश की, “अंधविश्वास” और “राजनीतिक हथकंडा” तक कहा।

लेकिन यही सुप्रीम कोर्ट का फैसला मस्जिद के लिए भी 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन धन्नीपुर में देने का था। आज तक मस्जिद की एक ईंट भी नहीं लगी, फंड का हिसाब नहीं दिया गया, वहाँ कोई विवाद नहीं, कोई प्रदर्शन नहीं, कोई सवाल नहीं! क्यों?
क्योंकि समाजवादियों का मस्जिद तो सिर्फ़ हिन्दू भावनाओं को आहत करने का हथियार थी, आस्था का विषय कभी थी ही नहीं।
राम मंदिर बना क्योंकि करोड़ों हिन्दुओं की सच्ची श्रद्धा थी।
मस्जिद नहीं बनी क्योंकि वहाँ श्रद्धा थी ही नहीं, सिर्फ़ राजनीति थी।
और सबसे बड़ी बात कि य़ह अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज़ वक्फ विभाग, उत्तर प्रदेश का, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री श्री ओमप्रकाश जी के पास है, पिछले एक साल में किसी भी पार्टी ने खासकर समाजवादी पार्टी ने हमसे संपर्क करके जो अल्पसंख्यको के रहबर बनते थे, उन्होंने अपनी मस्जिद का हाल नहीं लिया! क्यूँ? यह दोहरा चरित्र अब देश ने देख लिया है।
जय सियाराम!!
सादर
पीयूष मिश्रा
राष्ट्रीय प्रवक्ता
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी