नेशनल हेराल्ड मामला: सड़क पर उतरी कांग्रेस; कर्नाटक से तेलंगाना तक भारी विरोध, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
हैदराबाद/बेंगलुरु | 18 दिसंबर, 2025
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस और केंद्र सरकार के बीच टकराव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। गुरुवार को कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने “राजनीतिक प्रतिशोध” का आरोप लगाते हुए विशाल विरोध मार्च निकाला। इस प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और मार्च के रूट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
तेलंगाना: गांधी भवन से बीजेपी मुख्यालय तक ‘महाकूच’
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में आज सुबह से ही गहमागहमी का माहौल है। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (TPCC) ने बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
-
भारी घेराबंदी: कांग्रेस मुख्यालय ‘गांधी भवन’ और नामपल्ली स्थित बीजेपी कार्यालय ‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी भवन’ को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है।
-
नेतृत्व: इस मार्च का नेतृत्व टीपीसीसी अध्यक्ष और विधान पार्षद महेश कुमार गौड़ कर रहे हैं। उनके साथ कई वरिष्ठ मंत्री और विधायक भी शामिल हैं।
-
आरोप: कांग्रेस का स्पष्ट कहना है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले में झूठे आरोपों में फंसाकर सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है।
कर्नाटक: सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार का मोर्चा
कर्नाटक में भी विरोध की आग तेज है। बुधवार को बेलगावी के सुवर्णा सौधा में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया।
विरोध के दो प्रमुख मुद्दे:
-
नेशनल हेराल्ड केस: इसे गांधी परिवार को परेशान करने वाली “बदले की राजनीति” करार दिया गया।
-
मनरेगा का नाम बदलना: केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) का नाम बदलकर ‘वीबी-जी राम जी’ करने के फैसले पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। इसे बापू की विरासत का अपमान बताया गया है।
दिल्ली: संसद परिसर में ‘सत्यमेव जयते’ की गूँज
विरोध की यह गूँज सिर्फ राज्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि देश की संसद में भी दिखाई दी। बुधवार को कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
-
शशि थरूर का बयान: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म कर रही है।
-
मल्लिकार्जुन खड़गे का हमला: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीखा प्रहार करते हुए कहा, “नेशनल हेराल्ड मामला पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। इसका कोई कानूनी आधार नहीं है, यह केवल गांधी परिवार की छवि खराब करने की साजिश है।”
सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था
प्रदर्शन को देखते हुए हैदराबाद और बेंगलुरु में पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं:
-
बैरिकेडिंग: मार्च को रोकने के लिए कई जगहों पर तीन-स्तरीय बैरिकेडिंग की गई है।
-
ड्रोन निगरानी: पुलिस ड्रोन कैमरों के जरिए भीड़ की गतिविधियों पर नजर रख रही है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
-
ट्रैफिक डायवर्जन: नामपल्ली और आसपास के इलाकों में यातायात को डायवर्ट किया गया है।
क्या है नेशनल हेराल्ड विवाद?
यह मामला एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडियन के बीच वित्तीय लेनदेन से जुड़ा है। कांग्रेस का तर्क है कि यंग इंडियन एक गैर-लाभकारी (Not-for-profit) कंपनी है, इसलिए इसमें किसी भी तरह के भ्रष्टाचार का सवाल ही नहीं उठता। खड़गे और अन्य नेताओं का कहना है कि यह मामला सालों पहले बंद हो चुका था, जिसे केंद्र ने अपनी राजनीतिक सुविधा के लिए फिर से खोला है।
फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि जब तक “सत्य की जीत” नहीं हो जाती, उनका यह लोकतांत्रिक विरोध जारी रहेगा।