नैनीताल बस दुर्घटना के 4 घायलों का मेडिकल के आईसीयू में चल रहा है उपचार, सात की हुई थी मौत
उत्तराखंड के नैनीताल जनपद के कालाढूंगी मार्ग पर रविवार रात्रि जिला मुख्यालय से लगभग 20 किमी दूर घटगढ़ के पास हुई बस दुर्घटना में बस में सवार 21 और दुर्घटना के बाद बचाव कार्यों के दौरान घायल हुए एक व्यक्ति यानी कुल 22 घायलों का हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। एक सामान्य घायल को से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 18 घायल सामान्य और 4 गंभीर गंभीर रूप से घायल हैं। एक गंभीर रूप से घायल को चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर की आईसीयू में और 3 को एनेस्थीसिया आईसीयू में रखा गया है। इस हादसे में एक बच्चे और 5 महिलाओं सहित 7 यात्रियों की मृत्यु हो गयी थी। इन सभी की पहचान हो गयी है।
पुलिस के अधिकारियों के अनुसार प्रारंभिक आंकलन के अनुसार दुर्घटना चालक की लापरवाही की वजह से हुई। जिस स्थान पर बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, वहां पर सड़क चौड़ी है और सड़क किनारे लोहे के मोटे गार्डर वाली रेलिंग भी लगी हुई है। साथ ही सड़क पर बस के पहियों के रगड़ के निशान भी मिले हैं। ऐसे में पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि संभवतया बस तेज गति से चल रही होगी और सामने से अचानक किसी अन्य वाहन के आने पर बस चालक संतुलन न रख पाया हो और बस अनियंत्रित हो गयी। हालांकि बस चालक ने ब्रेक भी लगाये, लेकिन बस खाई में करीब 100 मीटर दूर लुढ़कती चली गयी।
दुर्घटना के बाद बस चालक का बस के ब्रेक फेल होने और इसके बाद उसके द्वारा गियर नीचे करने, हैंड ब्रेक लगाने के बाद भी बस के न रुकने की बात कही बतायी जा रही है, लेकिन पुलिस के अधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं। बस दुर्घटना में चालक की मृत्यु की बात भी कही जा रही है। बस को कपिल नाम का चालक चला रहा था, उसके साथ मोगन सिंह और भरत सिंह भी परिचालक के रूप में बस में मौजूद थे।
बताया गया है कि हिसार हरियाणा के ‘न्यू मानव इंटरनेशनल स्कूल के विद्यालय कर्मी अपने परिवार-बच्चों के साथ विद्यालय की बस में शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे नैनीताल घूमने आये थे। बस में 4 बच्चों, 20 से 40 वर्ष की आयु के बीच की 23 महिलाओं सहित कुल 33 लोग सवार थे।
रविवार शाम साढ़े पांच बजे वह नैनीताल से हिसार के लिये लौट रहे थे। इस दौरान ही जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर आगे घटगढ़ के पास यह दुर्घटना हो गयी। बस के खाई में गिरने के बाद आपातकालीन द्वार और खिड़कियों के शीशे टूट गये। इस कारण बस में सवार यात्री खाई में लुढ़कती बस से बाहर गिरते चले गये।
इस दुर्घटना की सूचना सबसे पहले वहां मार्ग से गुजर रहे स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट के प्रतिनिधि गोपाल रावत ने एडीएम शिवचरण द्विवेदी को दी। इसके बाद घटना की जानकारी से पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी अवगत हुए और तत्काल एसडीआरएफ की तीन टुकड़ियों के साथ मौके पर पहुंचकर खोज एवं बचाव अभियान चलाया गया। इससे पहले ही क्षेत्रीय लोग बचाव कार्य में जुट गये थे। पहले घायलों और बाद में मृतकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालाढूंगी लाया गया और वहां से बाद में एसटीएच हल्द्वानी ले जाया गया। अलबत्ता जिस एकमात्र बच्चे की मौत हुई उसके शव को पहले ही कालाढूंगी ले आया गया था।



