Mahashivaratri Special : महाशिवरात्रि पर भूल से भी शिवलिंग न चढ़ाएं ये फल, वरना भोलेनाथ हो जाएंगे नाराज, जानें वजह
महाशिवरात्रि का व्रत हर साल फाल्गुन मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाट है। पूजन के दौरान शिवलिंग पर कई सारी चीजों का अर्पण किया जाट है. लेकिन कुछ वस्तुएं ऐसी भी होती हैं, जिन्हें शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे भोलेनाथ रुष्ट हो जाते हैं। भगवान शिव को खुश करने के लिए श्रद्धालु उनकी प्रिय सामग्रियां अर्पित करते है । इससे मनोवांछित फल मिलता है और भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं। ठीक इसी तरह भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग और धतूरा आदि अतिप्रिय हैं। लेकिन कुछ ऐसी भी चीजें हैं, जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान आपसे नाराज भी हो सकते हैं। भोलेनाथ जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही जल्दी वे क्रोधित भी हो जाते हैं। इतना ही नहीं क्रोध के कारण वे रौद्र रूप भी धारण कर लेते हैं। आइए जानते है कौन से है वो फल जिन्हे नहीं करना चाहिए भगवान शिव को अर्पित…..
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इन फलों को भगवान शिव पर न करें अर्पित
शिवजी की पूजा करते समय शिवलिंग पर बेर, आम, केला, निबौली, बदरी बेर और धतूरे का फल आदि जैसे कई तरह के फल चढ़ाए जाते हैं, लेकिन भूलकर भी महाशिवरात्रि के दिन पूजा करते समय शिवलिंग पर नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए और न ही नारियल के पानी से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। इसका कारण यह है कि, नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है और इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और माता लक्ष्मी भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं। वहीं आमतौर पर जब हम पूजा में भगवान को फल चढ़ाते हैं तो उसे बाद में प्रसाद स्वरूप ग्रहण करते हैं, लेकिन शिवलिंग पर जिन पदार्थों से अभिषेक किया जाता है, उसे ग्रहण नहीं किया जाता है। मान्यता है कि यदि नारियल का फल या नारियल के पानी को शिवलिंग पर अर्पित कर दिया जाए तो वह ग्रहण करने योग्य नहीं रहता। साथ ही इससे शिवजी भी रुष्ट हो जाते हैं। शिवपुराण के अनुसार, नारियल फल या नारियल के पानी के साथ ही शिवलिंग पर कभी भी केतकी के फूल, तुलसी पत्ता, हल्दी कुमकुम और सिंदूर आदि भी नहीं चढ़ाना चाहिए।