लखनऊ में प्राइमरी स्कूल की टपकती छत: झड़ता प्लास्टर, बगल में कचरा घर; बच्चे कर रहे है डर के साये में पढाई
लखनऊ/ 17 अगस्त : टपकती छत और झड़ता प्लास्टर ,लखनऊ के एक प्राइमरी स्कूल में छात्रों की सुरक्षा खतरे में है। स्कूल की छत टपक रही है और दीवारों से प्लास्टर झड़ रहा है। इससे बच्चों और शिक्षकों को रोज़ाना परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई छात्रों ने बताया कि बारिश के समय छत से पानी गिरने से पढ़ाई मुश्किल हो जाती है।
स्कूल के बगल में कचरा घर
स्कूल परिसर के बगल में कचरा घर होने की वजह से न केवल बदबू फैलती है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी बढ़ जाते हैं। बच्चों और शिक्षकों का कहना है कि कचरा घर से उड़ती धूल और मच्छर बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरनाक है।
बच्चे डर के साये में पढ़ाई
छात्रों ने बताया कि वे डर के साये में पढ़ाई करते हैं। कई बार पानी गिरने और प्लास्टर झड़ने की वजह से बच्चों को चोट लगने का खतरा रहता है। इसके बावजूद, शिक्षक और बच्चे रोजाना स्कूल आते हैं और पढ़ाई जारी रखते हैं।
अभिभावकों की चिंता
अभिभावक भी स्कूल की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए तुरंत मरम्मत और साफ-सफाई की जानी चाहिए। कई अभिभावकों ने अधिकारियों से आग्रह किया कि स्कूल परिसर को सुरक्षित और स्वच्छ बनाया जाए।
प्रशासन की जिम्मेदारी
विशेषज्ञों और शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि स्कूल प्रशासन को छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। स्कूल की छत, दीवारें और आसपास का क्षेत्र तत्काल मरम्मत और साफ-सफाई के लिए तैयार किया जाना चाहिए, ताकि बच्चे सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई कर सकें।
बच्चों की पढ़ाई पर असर
इस हालात की वजह से बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। डर और असुरक्षा के कारण वे पूरी तरह से पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। शिक्षकों ने कहा कि अगर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों प्रभावित होंगे।
सुधार की मांग
स्थानीय लोग और अभिभावक अधिकारियों से मांग कर रहे हैं कि स्कूल की छत, दीवार और आसपास का क्षेत्र तुरंत मरम्मत किया जाए, कचरा घर हटाया जाए और बच्चों को सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई का अवसर मिले।
