केदारनाथ कपाटबंदी: सीएम धामी ने की सुख-समृद्धि की कामना, चारधाम यात्रा की रिकॉर्ड सफलता पर जताया आभार
उत्तराखंड के पवित्र केदारनाथ धाम में शीतकालीन कपाटबंदी का पावन अवसर एक बार फिर भक्ति और आध्यात्मिकता का संगम बन गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर बाबा केदार की विशेष पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की। इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा को ऐतिहासिक बनाया, जिसे सीएम ने उत्तराखंड की आध्यात्मिक और आर्थिक ताकत का प्रतीक बताया। धामी ने धाम में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया और तीर्थ पुरोहितों से संवाद किया। आखिर कैसे बनी यह यात्रा इतनी सफल? और उत्तराखंड को सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी बनाने की क्या है योजना? आइए, जानते हैं पूरी खबर क्या है।
कपाटबंदी का पावन अवसर और सीएम की उपस्थिति
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार, 23 अक्टूबर 2025 को श्री केदारनाथ धाम में शीतकालीन कपाटबंदी के अवसर पर पहुंचे। उन्होंने बाबा केदार की विशेष पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की। सनातन आस्था के प्रमुख केंद्र केदारनाथ मंदिर के कपाट विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस दौरान सीएम धामी ने स्थानीय तीर्थ पुरोहितों और तीर्थयात्रियों से बातचीत की, जिससे धाम में श्रद्धालुओं के अनुभव और उनकी सुविधाओं का जायजा लिया गया। उनकी उपस्थिति ने इस पावन अवसर को और भी विशेष बना दिया। सीएम ने कहा कि बाबा केदार का आशीर्वाद उत्तराखंड और इसके निवासियों पर हमेशा बना रहे।
रिकॉर्ड तोड़ चारधाम यात्रा की सफलता
इस वर्ष चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्री शामिल हुए, जिसे मुख्यमंत्री धामी ने ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सुनियोजित प्रयासों से यात्रा सुचारू और सफल रही। चारधाम यात्रा न केवल उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है, बल्कि विश्व भर के सनातन धर्मावलंबियों को देवभूमि से जोड़ती है। सीएम ने तीर्थ पुरोहितों, हक-हकूकधारियों, स्थानीय कारोबारियों और यात्रियों का आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से यह यात्रा सकुशल संपन्न हुई। बाबा केदार के धाम की यात्रा ने इस वर्ष विशेष रूप से भक्तों का दिल जीता। धामी ने जोर देकर कहा कि यह सफलता उत्तराखंड की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर ले जाने का प्रमाण है।
विकास कार्यों का निरीक्षण और भविष्य की योजना
मुख्यमंत्री धामी ने केदारनाथ धाम में चल रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 2026 की चारधाम यात्रा के लिए अभी से रणनीति तैयार की जाए ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलें। धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड के चारधामों के साथ-साथ मानसखंड के मंदिरों में भी विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। इन कार्यों का उद्देश्य तीर्थयात्रियों के लिए सुगम और सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करना है। सीएम ने जोर दिया कि ये प्रयास उत्तराखंड को सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। विकास कार्यों में बुनियादी ढांचे, सड़क और आवास सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उत्तराखंड की आध्यात्मिक और आर्थिक उन्नति
मुख्यमंत्री धामी ने चारधाम यात्रा को उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ बताया। रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों की संख्या ने स्थानीय कारोबारियों, होटल व्यवसाय और परिवहन क्षेत्र को नई गति दी है। यात्रा की सफलता ने रोजगार के अवसरों को बढ़ाया और पर्यटन को प्रोत्साहन दिया। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड को सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का लक्ष्य केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक विकास से भी जुड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चल रहे विकास कार्य न केवल तीर्थयात्रियों की सुविधा बढ़ा रहे हैं, बल्कि उत्तराखंड की वैश्विक पहचान को भी मजबूत कर रहे हैं। धामी ने आशा जताई कि बाबा केदार का आशीर्वाद और सरकार के प्रयास मिलकर उत्तराखंड को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।