भारत बनाम न्यूजीलैंड वनडे सीरीज: ऋषभ पंत की जगह पर संकट, ईशान किशन की हो सकती है धमाकेदार वापसी
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में इन दिनों बदलाव की बयार बह रही है। दक्षिण अफ्रीका के सफल दौरे के बाद अब टीम इंडिया का अगला लक्ष्य न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीमित ओवरों की सीरीज है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पहले ही टी20 सीरीज के लिए अपनी टीम की घोषणा कर दी है, लेकिन सबकी निगाहें आगामी वनडे सीरीज के लिए होने वाले टीम चयन पर टिकी हैं। मीडिया गलियारों से छनकर आ रही खबरों के अनुसार, आगामी 11 जनवरी से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज में स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का पत्ता कट सकता है, जबकि घरेलू क्रिकेट में रनों का पहाड़ खड़ा करने वाले ईशान किशन की वापसी लगभग तय मानी जा रही है।
चयन समिति फिलहाल भविष्य की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में केएल राहुल की कप्तानी में भारत ने 2-1 से जीत दर्ज की थी, लेकिन न्यूजीलैंड सीरीज के लिए टीम का स्वरूप पूरी तरह बदला हुआ नजर आ सकता है। चयनकर्ताओं की इस नई रणनीति ने ऋषभ पंत के वनडे करियर पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं, जो पिछले कुछ समय से इस प्रारूप में अपनी जगह पक्की करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
ऋषभ पंत का चयन मुश्किल, चयनकर्ता देख रहे हैं विकल्प
ऋषभ पंत, जिन्होंने सड़क दुर्घटना के बाद क्रिकेट के मैदान पर शानदार वापसी की है, वनडे प्रारूप में अभी भी अपनी लय तलाश रहे हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए चयनकर्ताओं ने पंत से आगे बढ़ने का मन बना लिया है। पंत ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच 7 अगस्त 2024 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था। हालांकि, उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हालिया वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया था, लेकिन कप्तान ने उन्हें एक भी मैच की प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया।
फिलहाल पंत घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की टीम से खेल रहे हैं। वहां उन्होंने पहले दो मैचों में क्रमशः 5 और 70 रनों की पारी खेली है। 70 रनों की पारी के बावजूद चयनकर्ताओं का मानना है कि वनडे क्रिकेट की वर्तमान जरूरतों के हिसाब से टीम को एक ऐसे विकेटकीपर बल्लेबाज की जरूरत है जो शीर्ष क्रम या मध्यक्रम में तेजी से रन बना सके और वर्तमान में ईशान किशन उस भूमिका में फिट बैठते नजर आ रहे हैं।
ईशान किशन का घरेलू प्रदर्शन: वापसी का सबसे मजबूत दावा
ईशान किशन के लिए पिछला एक साल काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है। ईशान ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में शानदार बल्लेबाजी की और टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी के दम पर झारखंड ने अपना पहला खिताब जीता। उन्होंने हरियाणा के खिलाफ फाइनल में शतक जड़कर अपनी फॉर्म का लोहा मनवाया।
ईशान की रनों की भूख यहीं नहीं रुकी। विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ उन्होंने महज 33 गेंदों पर शतक ठोक दिया, जो किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा लिस्ट ए क्रिकेट में लगाया गया दूसरा सबसे तेज शतक है। ईशान ने अपना आखिरी वनडे मैच 2023 विश्व कप के दौरान अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था। घरेलू क्रिकेट में उनके इस विस्फोटक प्रदर्शन के बाद चयनकर्ता उन्हें अब और नजरअंदाज करने की स्थिति में नहीं हैं। माना जा रहा है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में वे न केवल टीम का हिस्सा होंगे, बल्कि बतौर मुख्य विकेटकीपर प्लेइंग इलेवन में भी नजर आएंगे।
शुभमन गिल की वापसी और कप्तानी का समीकरण
भारतीय टीम के लिए एक और अच्छी खबर यह है कि स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल पूरी तरह फिट हो गए हैं। गर्दन की चोट के कारण गिल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज से बाहर रहे थे, जहां उनकी अनुपस्थिति में केएल राहुल ने टीम की कमान संभाली थी। अब जबकि गिल फिट हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीसीसीआई उन्हें न्यूजीलैंड सीरीज के लिए कप्तान के तौर पर वापस लाता है या केएल राहुल ही नेतृत्व जारी रखते हैं।
गिल को भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा है और चयनकर्ता उन्हें लंबे समय तक कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपने के पक्ष में हैं। हालांकि, उपकप्तान श्रेयस अय्यर की उपलब्धता पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल हुए अय्यर ने बेंगलुरु स्थित ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ में अभ्यास शुरू कर दिया है, लेकिन उन्हें प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने के लिए मेडिकल टीम से अभी अंतिम मंजूरी नहीं मिली है। यदि अय्यर बाहर रहते हैं, तो मध्यक्रम में रजत पाटीदार या तिलक वर्मा जैसे युवाओं को मौका मिल सकता है।
न्यूजीलैंड सीरीज: चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों का अंतिम पड़ाव
न्यूजीलैंड के खिलाफ यह वनडे सीरीज भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। 11 जनवरी से शुरू होने वाली यह सीरीज आगामी आईसीसी टूर्नामेंट्स की तैयारियों का एक हिस्सा है। टीम प्रबंधन इस सीरीज के जरिए अपनी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन को अंतिम रूप देना चाहता है। मुख्य कोच गौतम गंभीर की देखरेख में टीम इंडिया अब ‘निडर क्रिकेट’ के फॉर्मूले पर काम कर रही है, जिसमें ईशान किशन जैसे आक्रामक खिलाड़ी की मौजूदगी टीम को मजबूती प्रदान करती है।
चयनकर्ताओं के लिए चुनौती संतुलन बिठाने की है। एक तरफ अनुभव है तो दूसरी तरफ युवा जोश। ऋषभ पंत की प्रतिभा पर किसी को संदेह नहीं है, लेकिन वनडे प्रारूप में ईशान किशन की हालिया फॉर्म उन्हें रेस में आगे खड़ा करती है। अगले कुछ दिनों में जब टीम का आधिकारिक एलान होगा, तब यह स्पष्ट हो जाएगा कि बीसीसीआई ने 2026 के रोडमैप के लिए किन खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है। क्रिकेट प्रशंसकों को उम्मीद है कि शुभमन गिल और ईशान किशन की जोड़ी की वापसी से भारतीय बल्लेबाजी क्रम और भी घातक नजर आएगा।