• October 22, 2025

केंद्र से दो सौ करोड़ का आपदा फंड मिलने से राज्य सरकार का इनकार

 केंद्र से दो सौ करोड़ का आपदा फंड मिलने से राज्य सरकार का इनकार

हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से नुकसान और राहत फंड को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस ने भाजपा के राज्य को आपदा से राहत के लिए दो सौ करोड़ के फंड देने के दावे को नकार दिया है।

दरअसल, भाजपा ने दावा किया है कि आपदा के वक्त हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार की तरफ से लगातार आर्थिक मदद दी जा रही है। दो दिन पहले हिमाचल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्र से हिमाचल सरकार को आपदा से निपटने में 200 करोड़ रुपये जारी करने की बात कही थी।

दूसरी तरफ राज्य की सुक्खू सरकार के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने जेपी नड्डा के इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है। जगत सिंह नेगी ने मंगलवार को शिमला में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेता सिर्फ बयान दे रहे हैं, लेकिन आपदा की इस घड़ी में जितनी मदद प्रदेश की होनी चाहिए थी, वह नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा ने 200 करोड़ जारी होने की बात कही है, लेकिन अभी तक ये रकम नहीं मिली है। उन्होंने तंज कसा कि शायद ये पैसा अभी हरियाणा के कालका पहुंचा होगा।

राजस्व मंत्री ने कहा कि केंद्र से भेजे गए हेलिकॉप्टर का खर्चा भी हिमाचल सरकार उठा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बरसात से 346 लोगों की मौत, 331 घायल और 38 अभी भी लापता हैं। राज्य में बारिश से 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। उन्होंने कहा कि बरसात के कारण सड़कें बंद होने की वजह से सेब की फसल प्रभावित हुई है। सरकार सड़कों को युद्धस्तर पर बहाल करने में जुटी है। फ़ल मंडियों में अभी तक 43 लाख पेटियां सेब की पहुंच चुकी है।

उल्लेखनीय है कि हिमाचल की सुक्खू सरकार ने मानसून सीजन के दौरान आपदा से 10 हज़ार करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया है। इसमें 10 अगस्त तक हुए 6700 करोड़ के नुकसान की रिपोर्ट केंद्र को भेजी गई है। सुक्खू सरकार ने केंद्र से हिमाचल में हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने व प्रदेश के लिए विशेष पैकेज देने की मांग की है।

Digiqole Ad

Rama Niwash Pandey

https://ataltv.com/

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *