फतेहाबाद जिले में तेज अंधड़ के बाद बारिश व ओलावृष्टि, खेतों व मण्डियों में फसलों को पहुंचा नुकसान

जिले के लगभग सभी क्षेत्रों में सोमवार सुबह तेज अंधड़ के बाद बारिश हुई। कई गांवों में बारिश के साथ ओले भी पड़े हैं। इस असमय बारिश ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
सोमवार अलसुबह ही मौसम बदला और बादलों की तेज गडग़ड़ाहट शुरू हो गई। पहले तेज तूफान चला और उसके बाद बरसात शुरू हो गई। सुबह 5 बजे के बाद फतेहाबाद, रतिया, भूना, जाखल, टोहाना, भट्टू सहित जिलेभर के सभी इलाकों में बरसात हुई। इस बारिश से खेतों में पकी खड़ी धान, नरमा की फसलों को काफी नुकसान होने का अंदेशा है, जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। बारिश से मंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ी धान की बोरियां व ढेरियां भी भीग गई। फतेहाबाद शहर के निचले इलाके जलमग्न हो गए। साथ ही कई घंटे तक बिजली भी गुल रही, जिस कारण सुबह के समय पेयजल सप्लाई भी बाधित रही। फतेहाबाद शहर के निचले इलाके जलमग्न हो गए। साथ ही कई घंटे तक बिजली भी गुल रही, जिस कारण सुबह के समय पेयजल सप्लाई भी बाधित रही। पराली जलने के कारण पिछले कई दिन से बिगड़ रहा एक्यूआई में सोमवार को भी काफी सुधार हुआ है। सोमवार को फतेहाबाद का एक्यूआई 100 के आसपास रहा।
उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने पहले ही 15 अक्टूबर की रात से पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से बारिश की गतिविधियां शुरू होने की चेतावनी जारी कर दी थी। बीते दिन जिलेभर में मौसम सामान्य बना रहा लेकिन रात को राजस्थान की तरफ से बादलवाही शुरू हुई और तडक़े तक तेज हवाओं व अंधड़ का दौर शुरू हो गया। गांव हिजरावां कलां व नाढ़ोडी में बरसात के साथ-साथ हल्की ओलावृष्टि की खबरें सामने आई हैं। इन दिनों खेतों में धान व नरमा की फसलें पक कर तैयार खड़ी हैं और कटाई चल रही है। ऐसे में खेतों में खड़ी फसलें इस अंधड़ व बरसात से बिछ गई और फसलों को नुकसान होने का अंदेशा बना हुआ है। नरमे की फसल पहले से ही इस बार कम बताई जा रही है और इस बरसात से रुई की क्वालिटी खराब होने का खतरा बन गया है।
