राज्यमंत्री संदीप सिंह के समर्थन में खुलकर आये मुख्यमंत्री, बोले- नहीं लेंगे इस्तीफा

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुलकर राज्यमंत्री संदीप सिंह के समर्थन में आ गए हैं। सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होते ही कांग्रेस के विधायकों ने संदीप सिंह के इस्तीफे को लेकर हंगामा किया। हंगामे दौरान जमकर नारेबाजी हुई और कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सदन से वाकआउट भी किया।
खेल राज्य मंत्री रहते हुए संदीप सिंह पर महिला कोच के यौन शोषण का आरोप है, जिसके बाद उनसे खेल मंत्रालय का कार्यभार वापस ले लिया गया था। चंडीगढ़ पुलिस संदीप सिंह के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। कांग्रेस विधायक बी.बी. बत्तरा, गीता भुक्कल, राव दान व शकुंतला खटक ने सदन में यह मुद्दा उठाया। कांग्रेस विधायकों ने संदीप सिंह को बर्खास्त करने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है। इस मामले पर न तो कोई चर्चा हो सकती है और न ही सदन इस पर कार्रवाई कर सकता है।
विपक्षी विधायकों पर स्पीकर की इस बात का कोई असर नहीं हुआ और वह नारेबाजी करते हुए स्पीकर के आसन के सामने वेल में आ गए। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच खूब आरोप-प्रत्यारोप हुए। विधानसभा में चल रहे हंगामे के बीच नारेबाजी का दौर जारी रहा। भाजपा विधायकों की तरफ से सरदार संदीप सिंह जिंदाबाद के नारे लगाए गए, जबकि कांग्रेस विधायकों की ओर से बेटी बचाओ-भाजपा भगाओ के नारे लगाए गए। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मामला भले ही अदालत में है लेकिन नैतिकता के आधार पर संदीप सिंह इस्तीफा दें या मुख्यमंत्री उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बाहर करें।
इस बात को लेकर सीएम और भूपेंद्र सिंह हुड्डा में तीखी बहस हुई। बहस के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने अच्छी तरह सोच लिया है कि संदीप सिंह का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। अदालत का जो फैसला होगा वह मंजूर होगा। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया।
संदीप सिंह प्रकरण पर बहस के दौरान मुख्यमंत्री बोले कि विपक्ष को अपनी हद में रहना चाहिए। यदि वह बोलेंगे तो धज्जियां उड़ा देंगे। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री पर अलोकतांत्रिक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आप हमारी धज्जियां उड़ाइये। हम इसके लिए तैयार हैं। हुड्डा बोले कि धज्जियां शब्द गैर संसदीय शब्द है। मुख्यमंत्री को विपक्ष के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता। इस पर स्पीकर डा. ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि उनके पास गैर संसदीय व अलोकतांत्रिक शब्दों की पूरी डिक्शनरी है। यदि धज्जियां शब्द अलोकतांत्रिक हुआ तो उसे सदन की कार्यवाही से बाहर निकलवा दिया जाएगा। स्पीकर के इस भरोसे के बाद कांग्रेस विधायक शांत हुए।
