गोरखपुर: NEET छात्र दीपक गुप्ता हत्याकांड में मुख्य आरोपी रहीम का पुलिस ने किया एनकाउंटर, गो तस्करी के पुराने केस में भी जेल यात्रा
गोरखपुर, 17 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। 19 साल के होनहार NEET छात्र दीपक गुप्ता की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी पशु तस्कर रहीम का बुधवार दोपहर पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। रहीम को दोनों पैरों में गोली लगी है और वह अस्पताल में भर्ती है। पुलिस के अनुसार, यह एनकाउंटर कुशीनगर जिले के रामकोला रोड पर दोपहर करीब 2 बजे हुआ। अब तक इस मामले में कुल चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। रहीम पर पहले भी गो तस्करी के आरोप लग चुके हैं और वह जेल भी जा चुका है।घटना की शुरुआत 16 सितंबर की देर रात हुई, जब पिपराइच थाना क्षेत्र के मऊआचापी गांव में कुछ पशु तस्कर मवेशी चुराने के इरादे से पहुंचे। ग्रामीणों के अनुसार, रात करीब 11:30 बजे 10-12 तस्कर दो पिकअप वाहनों और एक डीसीएम ट्रक में सवार होकर गांव के एंट्री पॉइंट पर दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर दुकान के पास रुके। तस्करों ने सुनसान जगह देखते ही दुकान का ताला तोड़ने की कोशिश शुरू कर दी। दुकान के ऊपरी मंजिल पर एक ट्रैवल एजेंसी का ऑफिस था, जहां दुर्गेश की बहन का बेटा सो रहा था। शोर सुनते ही ग्रामीण जाग उठे और तस्करों का पीछा करने लगे।इसी बीच, 19 साल का दीपक गुप्ता, जो पास ही रहता था, अपने स्कूटर पर मौके पर पहुंच गया। दीपक NEET की तैयारी कर रहा था और डॉक्टर बनने का सपना देख रहा था। वह एक साधारण परिवार से था, जहां उसके पिता एक छोटे से कारोबार से गुजारा चलाते थे। दीपक ने तस्करों को रोकने की कोशिश की, लेकिन तस्करों ने उसे अपनी डीसीएम गाड़ी में जबरन घसीट लिया। ग्रामीणों ने चिल्लाने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे और तेज रफ्तार के कारण वे पीछा नहीं कर पाए।
तस्कर भागते हुए दीपक को बुरी तरह पीटते रहे। लगभग चार घंटे बाद, सुबह करीब 4 बजे, ग्रामीणों को गांव से करीब 4 किलोमीटर दूर सरैया गांव में दीपक की खून से लथपथ लाश मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, दीपक की मौत सिर पर लगी चोट से हुई। शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया था कि तस्करों ने उसके मुंह में गोली मारी थी, लेकिन पोस्टमॉर्टम में यह पुष्टि हुई कि मौत एंटी-मॉर्टम हेड इंजरी से हुई।लाश मिलने की खबर फैलते ही गांव में सनसनी फैल गई। गुस्साए ग्रामीण सड़कों पर उतर आए। उन्होंने एक पकड़े गए तस्कर को जमकर पीटा, जिसकी जान पुलिस ने किसी तरह बचाई। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। अफरातफरी के बीच ग्रामीणों ने एक डीसीएम ट्रक को आग लगा दी। पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। पूरा इलाका तनावपूर्ण हो गया। ग्रामीण चिल्ला रहे थे, “हमें न्याय चाहिए! तस्करों को फांसी दो!” दीपक की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा, “मेरा बेटा क्या गलती करता? वह तो बस गांव की रक्षा कर रहा था।
डॉक्टर बनकर हमें खुश करने वाला था, लेकिन इन beasts ने सब छीन लिया।”पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। एसएसपी ने पांच स्पेशल टीमें गठित कीं और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। घटना के बाद धूसर पुलिस चौकी के इंचार्ज समेत पूरा स्टाफ निलंबित कर दिया गया, क्योंकि आरोप था कि पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले, जिसमें तस्कर रस्सी से मवेशी खींचते और डीसीएम में लादने की तैयारी करते दिखे।बुधवार को ब्रेकिंग न्यूज आई कि पुलिस को कुशीनगर में रहीम की लोकेशन मिल गई। रहीम हत्याकांड का मुख्य आरोपी है और पेशे से पशु तस्कर। उसके ऊपर पहले भी गो तस्करी के कई केस दर्ज हैं। एक मामले में वह पहले जेल जा चुका है। पुलिस के अनुसार, एनकाउंटर के दौरान रहीम ने गोली चलाई, जिसके जवाब में पुलिस ने उसके दोनों पैरों में गोली मार दी। घायल रहीम को कंधे पर उठाकर अस्पताल ले जाया गया। साथ ही, उसके दो साथी बदमाश भी दबोच लिए गए। अब कुल चार आरोपी हिरासत में हैं। पुलिस का कहना है कि बाकी आरोपी भी जल्द पकड़े जाएंगे।इस घटना ने पूरे उत्तर प्रदेश में गो तस्करी की समस्या को फिर से उजागर कर दिया है। विश्व हिंदू रक्षा परिषद जैसे संगठनों ने सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है। उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा, “दीपक जैसे युवाओं की हत्या बर्दाश्त नहीं होगी। तस्करों को एनकाउंटर कर फांसी दो, वरना हम सड़कों पर उतरेंगे।” ग्रामीणों का भी यही कहना है कि इलाके में तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं और पुलिस को और सतर्क रहना चाहिए।
दीपक के परिवार का दर्द देखते ही बनता है। उसके पिता ने बताया, “दीपक पढ़ाई में बहुत तेज था। NEET क्लियर करने के लिए रात-दिन मेहनत करता था। हम गरीब हैं, लेकिन सपने बड़े थे। अब सब खत्म हो गया।” गांव वाले दीपक को याद करते हुए कहते हैं कि वह हमेशा मददगार था। अंतिम संस्कार के दौरान सैकड़ों लोग जुटे और न्याय की मांग की।पुलिस ने मामले में हत्या, अपहरण और गो तस्करी के तहत एफआईआर दर्ज की है। एसएसपी ने कहा, “हम किसी भी आरोपी को बख्शेंगे नहीं। जांच पूरी होने पर सभी को सजा मिलेगी।” यह घटना इलाके में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ा रही है। ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि रात में गश्त बढ़ाई जाए ताकि ऐसी घटनाएं न हों।कुल मिलाकर, दीपक गुप्ता हत्याकांड ने समाज को झकझोर दिया है। एक उज्ज्वल भविष्य वाले युवा की मौत ने साबित कर दिया कि अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी जरूरी है। पुलिस की इस तेज कार्रवाई से पीड़ित परिवार को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन न्याय की पूरी प्रक्रिया अभी बाकी है। गोरखपुर पुलिस लगातार अपडेट दे रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही पूरा सच सामने आएगा।
