लिपिकों के आंदोलन अवधि को छुट्टी की बजाय ड्यूटी पीरियड माने सरकार: एसोसिएशन
हरियाणा रोडवेज मिनीस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन ने लिपिक वर्ग के आंदोलन के दौरान हुई बातचीत में सहमत हुई मांग से मुकरने पर प्रदेश सरकार की आलोचना की है। एसोसिएशन ने सरकार को चेताया है कि वह लिपिकों के आंदोलन को हल्के में न लें।
हरियाणा रोडवेज मिनीस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के राज्य प्रधान जयभगवान कादियान, राज्य महासचिव वीरेन्द्र सिंह लोहिया, चेयरमैन रतन जांगड़ा व राज्य वरिष्ठ उप प्रधान श्रीभगवान लाठर ने रविवार को कहा कि लिपिक वर्ग ने 42 दिनों तक लगातार हड़तााल की। स्वतंत्रता दिवस के दिन मुख्यमंत्री एवं क्लेरिकल वेल्फेयर सोसायटी के पदाधिकारियों के बीच हुई बातचीत में मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि 42 दिन के आंदोलन में सात दिन की अवधि को लीव मानकर बाकी अवधि को ड्यूटी पीरियड माना जाएगा। अब पता चला है कि हरियाणा सरकार 42 दिन के आंदोलन अवधि को छुट्टी मानकर निर्णय कर रही है, जो गलत है और कर्मचारियों के साथ धोखा है।
हरियाणा रोडवेज मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने हरियाणा सरकार से मांग की कि लिपिक को उनका सम्मानजनक वेतनमान 35400 जल्द से जल्द दिया जाए और 42 दिन की आंदोलन अवधि को कार्य अवधि मानते हुए निर्णय किया जाए। पदोन्नति में सबको समान अवसर मिलने चाहिए, प्रथम एसीपी में पदोन्नत कैडर का वेतन मिलना चाहिए अन्यथा हरियाणा रोडवेज मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन अन्य विभागों के संगठनों से मिलकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
