लखनऊ की बाढ़ में गर्दन तक डूबा बुजुर्ग: बोला- जनता को झूठ बताकर चले जाते हैं, सब बर्बाद हो गया
लखनऊ/ 16 अगस्त : बारिश ने बढ़ाई आफत, लखनऊ में लगातार हो रही बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया है। निचले इलाकों में हालात इतने खराब हैं कि घरों और गलियों में पानी भर गया है। सड़कों पर पानी का स्तर बढ़कर गर्दन तक पहुंच गया है। ऐसे ही हालात में एक बुजुर्ग पानी में फंसा दिखाई दिया, जिसकी तस्वीर और बयान ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया।
बुजुर्ग ने सुनाया दर्द
गर्दन तक पानी में डूबे बुजुर्ग ने कैमरे के सामने कहा, “जनता को झूठ बताकर चले जाते हैं… सब बर्बाद हो गया।” उनका कहना था कि सरकार और प्रशासन दावे तो बड़े-बड़े करते हैं, लेकिन हकीकत में जनता को किसी तरह की राहत नहीं मिलती। बारिश ने उनका सबकुछ तबाह कर दिया और मदद के नाम पर कुछ भी नहीं मिला।
स्थानीय लोगों की मुश्किलें
इलाके के अन्य लोगों का भी यही कहना है कि जलभराव की समस्या हर साल होती है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया। लोगों के घरों में पानी घुस जाने से खाने-पीने की चीजें और सामान तक खराब हो गए। बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन पर सवाल
भारी बारिश के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं, लेकिन राहत कार्य नाकाफी बताए जा रहे हैं। कई इलाकों में अब तक पानी निकालने की व्यवस्था नहीं हो पाई है। लोग कह रहे हैं कि चुनाव के वक्त नेता वादे तो बहुत करते हैं, लेकिन मुसीबत की घड़ी में जनता को अपने हाल पर छोड़ देते हैं। खबरों के मुताबिक लोगो का कहना है की प्रशाशन केवल दावा करती है। किसी प्रकार की कोई भी सुरक्षा हमें नहीं दी जा रही है।
प्रशासन की सफाई
हादसे और बढ़ते जलभराव पर नगर निगम ने सफाई दी है। अधिकारियों का कहना है कि शहर में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते स्थिति गंभीर हो गई है। कई जगहों पर पंप लगाकर पानी निकालने का काम किया जा रहा है और राहत सामग्री भी पहुंचाई जा रही है। हालांकि लोगों का आरोप है कि मदद नाममात्र की है और ज्यादातर इलाकों में प्रशासनिक टीमें अभी तक नहीं पहुंची हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने प्रशासन और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा गया है कि निचले इलाकों के लोग सुरक्षित जगहों पर चले जाएं और बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें।
नेताओं पर भी उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने नेताओं पर भी निशाना साधा। उनका कहना है कि चुनाव के वक्त विकास और सुरक्षा के वादे किए जाते हैं, लेकिन जब जनता पर संकट आता है तो कोई नेता हाल-चाल तक लेने नहीं आता। बुजुर्ग का वायरल बयान भी इसी नाराज़गी की झलक दिखाता है, जिसमें उन्होंने सरकार और सिस्टम पर सीधा हमला बोला।
