• October 19, 2025

खाजूवाला व छतरगढ़ को बीकानेर में रखने की मांग बनी केबिनेट मंत्री की गलफांस

 खाजूवाला व छतरगढ़ को बीकानेर में रखने की मांग बनी केबिनेट मंत्री की गलफांस

खाजूवाला को नए जिले अनूपगढ़ में शामिल करने पर वहां के लोगों का आक्रोश दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। यह आंदोलन सत्ता पक्ष खासकर केबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल के लिए एक तरह से ‘आपदा’ बन गया है। मंत्री के सामने स्थिति यह है कि अगर वे आंदोलनकारियों की बात का समर्थन करते हैं तो बैकफुट पर आने के कारण राज्य सरकार नाराज हो सकती हैं, अगर वे सरकार के निर्णय पर अडिग रहते हैं तो आंदोलनकारी उन्हें चुनावी मैदान यानी खाजूवाला और छतरगढ़ में घुसने नहीं देंगे।

मंत्री मेघवाल पर यह सियासी ‘आपदा’ ऐसे समय में आई जब विधानसभा चुनाव में करीब 3 माह का समय बचा है। हालांकि गोविन्दराम मेघवाल अपने चुनाव मैदान को ‘सुरक्षित’ रखने के लिए कोई न कोई तोड़ निकालने में लगे हुए हैं। इस संबंध में वे आंदोलनकारियों के प्रतिनिधिमंडल को गत दिवस जयपुर में अपनी ओर से आश्वासन भी दे चुके हैं। उन्होंने लोगों को ऐसा आश्वासन दिया, जिससे उन्हें लगने लगा कि यह काम तो लगभग हो गया है, लेकिन विधि का ज्ञान और सियासत में पकड़ रखने वाले लोगों का कहना है कि यह आंदोलनकारियों में भम्र है कि हम एकजुट हो गए हैं, इसलिए अब सफलता की मंजिल नजदीक है। वास्तव में ऐसा नहीं है। खाजूवाला व छतरगढ़ जैसी स्थिति पूरे राज्य में जहां नए जिले बनाए गए हैं। वहीं नोटिफिकेशन जारी होने के बाद जिले की सीमाओं में फेरबदल करना भी आसान काम नहीं है। अगर राज्य सरकार की ओर से इस मामले का कोई तोड़ नहीं निकाला गया तो खाजूवाला क्षेत्र के लोग अपना गुस्सा चुनाव में भी निकाल सकते हैं। इस स्थिति में कांग्रेस को खाजूवाला सीट को बरकरार रखना बड़ी चुनौती है। खास बात यह है कि खाजूवाला सुरक्षित सीट से ही गोविन्दराम मेघवाल विधायक हैं, जो राज्य सरकार में केबिनेट मंत्री हैं। लगातार आंदोलन के चलते खाजूवाला के दुकानदार और आमजन भी परेशान हो सकता हैं। क्योंकि आज 13 दिन से दुकानें और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद होने से लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा होने लगा है। फिलहाल मांग को लेकर वे आंदोलनकारियों के साथ हैं, अगर यह आंदोलन और लंबा चला तो वे ऊब भी सकते हैं। इसका नुकसान भी सत्ता पक्ष को झेलना पड़ सकता है।

तेरह दिन से बाजार बंद, आज चक्काजाम भी कर सकते हैं आंदोलनकारी

खाजूवाला व छतरगढ़ को अनूपगढ़ जिले की बजाय बीकानेर में यथावत रखने की मांग को लेकर खाजूवाला का बाजार शनिवार को 13 वें दिन भी बंद रहा। सूत्रों का कहना है कि आज आंदोलनकारी चक्काजाम भी कर सकते हैं। आज खाजूवाला के मेडिकल स्टोर भी बंद में शामिल हुए। वहीं धरना स्थल पर 28 लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं, खास बात यह है कि जिन लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी, उनमें से कुछ लोगों ने फिर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। यही नहीं मांग को लेकर 60 से ज्यादा लोग मुंडन भी करवा चुके हैं।

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Rama Niwash Pandey

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