• November 21, 2024

CM के बेटे का सनातन धर्म पर बड़ा बयान, कहा ”सनातन धर्म डेंगू-मलेरिया की तरह है”

 CM के बेटे का सनातन धर्म पर बड़ा बयान, कहा ”सनातन धर्म डेंगू-मलेरिया की तरह है”

तमिलनाडु सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री M.K स्टालिन के बेटे का एक बयान सामने आया जिसमे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया और कोरोना कहा। उनके इस बयान पर सनातन धर्म के लोगों ने बवाल मचा कर रखा हुआ है। दिल्ली के थाने में उनके खिलाफ FIR दर्ज़ कराई गई है।

तमिलनाडु सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री M.K स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन का बयान सामने आया है। जिसमे उन्होंने सनातन धर्म को टारगेट करते हुये ये कहा की सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया की तरह है। दरसअल, उदयनिधि स्टालिन एक सभा को संबोधित करते हुए सनातन धर्म पर ऐसा बोल गए की अब सनातन धर्म के लोग उनपर गुस्साए हुए है। उदयनिधि ने कहा कि ” कुछ चीज हमें खत्म करने की जरूरत है ना कि सिर्फ इसका विरोध करने की। उदाहरण के लिए मच्छर, डेंगू, मलेरिया, कोरोना हमें इसका विरोध नहीं करना चाहिए। हमें इसे खत्म करना चाहिए या सनातन धर्म भी ऐसा ही है। हमारा पहला कर्तव्य सनातन का विरोध करने के बजाय उसे खत्म करना होना चाहिए। सनातन शब्द संस्कृत से लिया गया है। यह समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है। सनातन का अर्थ है कि इसे बदला नहीं जा सकता और इस पर कोई सवाल नहीं उठा सकता।”

फ़िलहाल इस पुरे बयान पर काफ़ी बवाल मचा हुआ है। तो वहीँ सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल द्वारा उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सनातन धर्म के खिलाफ उनके उत्तेजक, भड़काऊ और मानहानिकारक बयान के लिए दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है। इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी,153ए, 295, और 504 of और आईटी एक्ट की धाराएं शामिल हैं।

उदयनिधि स्टालिन के इस बयान पर सोशल मीडिया पर भी काफी बवाल मचा दिखाई दे रहा है।

भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय ने आपने ट्विटर आकउंट पर लिखा ‘तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है. उनका मानना ​​है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि केवल विरोध किया जाना चाहिए। संक्षेप में, वह सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80% आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहा है। द्रमुक विपक्षी गुट का एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस का दीर्घकालिक सहयोगी है। क्या मुंबई बैठक में इसी पर सहमति बनी थी?”

अमित मालवीय की सोशल मीडिया पोस्ट के बाद उदयनिधि स्टालिन ने उन्हें जवाब देते हुए कहा है कि उन्होंने कभी भी सनातन धर्म को मानने वाले अनुयायियों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया है। हालांकि, उदयनिधि अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने दोबारा जोर देकर कहा,’मैं हाशिये पर पड़े समुदायों की तरफ से बोल रहा हूं, जो सनातन धर्म के कारण पीड़ित हैं।’

DMK नेता उदयनिधि ने आगे कहा,’मैं अपनी टिप्पणी के संबंध में किसी भी कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं। डीएमके सरकार एमके स्टालिन के नेतृत्व में सामाजिक न्याय को बनाए रखने और समतावादी समाज की स्थापना करने के लिए संघर्ष करती रहेगी। इस तरह की भगवा धमकियों से डरेंगे नहीं। हम, पेरियार, अन्ना और कलैगनार (करुणानिधि) के अनुयायी हैं और सामाजिक न्याय को बनाए रखने के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। ‘

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