यूपी विधानसभा में गरजे सीएम योगी: ‘गुंडों को यमराज का बुलावा तय’, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण पर विपक्ष को जमकर धोया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का समापन शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आक्रामक और तीखे संबोधन के साथ हुआ। सत्र के चौथे और आखिरी दिन मुख्यमंत्री ने न केवल सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, बल्कि कानून-व्यवस्था, माफिया राज और विकास कार्यों के बहाने समाजवादी पार्टी और पूरे विपक्ष पर जोरदार प्रहार किया। मुख्यमंत्री ने अपराधियों और भू-माफियाओं को कड़ा संदेश देते हुए साफ कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती अब अराजकता के लिए नहीं है और जो नहीं सुधरेगा, उसके लिए यमराज का बुलावा आना निश्चित है। उनके इस भाषण ने सदन के भीतर और बाहर राज्य की भावी सियासत और कानून-व्यवस्था के सख्त तेवरों को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है।
बीमारू राज्य की छवि से मुक्ति और व्यापारियों की सुरक्षा
सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश की बदलती छवि का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब उत्तर प्रदेश की गिनती देश के ‘बीमारू’ राज्यों में होती थी, लेकिन आज हमारी सरकार की नीतियों और कड़ी मेहनत के कारण प्रदेश उस कलंक से मुक्त हो चुका है। मुख्यमंत्री ने व्यापारियों और बेटियों की सुरक्षा को अपनी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि आज प्रदेश में कोई भी गुंडा या माफिया किसी व्यापारी से ‘गुंडा टैक्स’ वसूलने की हिम्मत नहीं कर सकता।
बेटियों की सुरक्षा पर कड़ा रुख अपनाते हुए सीएम योगी ने कहा, “आज यूपी में कानून का राज है। अगर कोई गुंडा किसी बेटी की मर्यादा के साथ खिलवाड़ करने या उसे छेड़ने की कोशिश करता है, तो उसे अच्छी तरह पता है कि अगले ही पल यमराज का बुलावा उसके पास पहुँच जाएगा।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अपराध के प्रति उनकी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति न केवल कागजों पर है, बल्कि धरातल पर अपराधियों के मन में खौफ पैदा कर चुकी है।
बुलडोजर की कार्रवाई और माफिया राज का अंत
विधानसभा में मुख्यमंत्री ने ‘बुलडोजर’ की कार्रवाई का पुरजोर बचाव किया और माफियाओं को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई माफिया सरकारी जमीन या गरीबों की आबादी वाली भूमि पर अवैध कब्जा करके वहां मॉल बनाता है या वसूली का अड्डा चलाता है, तो सरकार मूकदर्शक बनकर नहीं देखेगी। उन्होंने ‘छांगुर’ जैसे किरदारों का उदाहरण देते हुए कहा कि जो लोग अनैतिक और अवैध गतिविधियों के माध्यम से साम्राज्य खड़ा करेंगे, उन पर बुलडोजर चलना तय है और इसे कोई भी रोक नहीं सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी संसाधनों पर केवल जनता का हक है और किसी भी बाहुबली को इसे अपनी जागीर बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि विकास कार्यों में बाधा डालने वाले और जनता के पैसे पर डाका डालने वाले माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का यह सिलसिला जारी रहेगा।
इंफ्रास्ट्रक्चर में लूट पर प्रहार: गोमती रिवर फ्रंट और जेपीएनआईसी का सच
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों और वर्तमान सरकार की कार्यशैली के बीच का अंतर स्पष्ट करते हुए भ्रष्टाचार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के समय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स केवल लूट का जरिया थे। मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि जेपीएनआईसी (JPNIC) प्रोजेक्ट महज 175 करोड़ का था, लेकिन 860 करोड़ खर्च होने के बाद भी वह अधूरा रहा। इसी तरह गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट 167 करोड़ का था, जिस पर 1400 करोड़ रुपये फूंक दिए गए और फिर भी काम पूरा नहीं हुआ।
योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की पारदर्शिता का प्रमाण देते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के सिविल वर्क के लिए पूर्व की व्यवस्था के अनुसार 15 हजार 200 करोड़ रुपये तय किए गए थे, लेकिन हमने उसी गुणवत्ता के साथ इसे महज 11 हजार 400 करोड़ रुपये में पूरा करके दिखा दिया। यह भ्रष्टाचार मुक्त विकास की हमारी प्रतिबद्धता का परिणाम है।”
‘अब यूपी में सब चंगा है’: दंगों और अराजकता पर विराम
दंगों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में न तो कहीं कर्फ्यू है और न ही कहीं दंगा होता है। सीएम योगी ने तंज कसते हुए कहा, “यूपी में अब सब चंगा है। अगर किसी को दंगे के उपचार के बारे में जानना है, तो बरेली के उन मौलाना से पूछ लीजिए जिन्हें कानून की ताकत का एहसास कराया गया है।” उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में अराजकता पूरी तरह समाप्त हो चुकी है और अब दंगाई सड़क पर निकलने से पहले सौ बार सोचते हैं।
सपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूजा पाल का जिक्र किया। सीएम योगी ने कहा कि पूजा पाल को न्याय दिलाने की हिम्मत सपा में नहीं थी क्योंकि माफियाओं के सामने झुकना उनकी मजबूरी थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार के लिए बेटी चाहे किसी भी पक्ष की हो, उसे न्याय मिलना सुनिश्चित है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पूजा पाल ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का हिस्सा नहीं थीं? उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष केवल वोट बैंक के लिए इन वर्गों का नाम लेता है।
तुष्टिकरण और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विपक्ष का दोहरा मापदंड
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के अंत में विपक्ष के वैश्विक दृष्टिकोण और तुष्टिकरण की राजनीति पर तीखे सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की इसी नीति के कारण पाकिस्तान और बांग्लादेश का निर्माण हुआ और आज भी यही मानसिकता देश को कमजोर कर रही है। मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां एक दलित हिंदू को पीट-पीटकर मार दिया गया, लेकिन जो लोग गाजा पट्टी के लिए आंसू बहाते थे, उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकला।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के लिए दलित, किसान और महिलाएं केवल चुनावी मोहरे हैं। योगी ने चेतावनी दी कि जब उनकी सरकार रोहिंग्याओं और अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को राज्य से बाहर निकालेगी, तब यही विपक्षी दल उनके मानवाधिकारों की दुहाई देकर आंसू बहाएंगे क्योंकि ये लोग उनके वोट बैंक हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार राष्ट्रहित और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगी।
विधानसभा के इस सत्र का समापन सीएम योगी के इस संदेश के साथ हुआ कि उत्तर प्रदेश अब रुकने वाला नहीं है और विकास के साथ-साथ सुरक्षा का पहरा और भी कड़ा किया जाएगा।