मुख्यमंत्री ने विकास और विश्वेश्वरैया भवन का किया औचक निरीक्षण, नदारद मिले मंत्री और सचिव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को विकास और विश्वेश्वरैया भवन का औचक निरीक्षण किया। नीतीश कुमार शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के कार्यालय पहुंचे, जहां कोई भी मंत्री कार्यालय कक्ष में मौजूद नहीं था।
हालांकि, मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार कार्यालय कक्ष में तुरंत ही पहुंचे थे। जब मुख्यमंत्री उनके कक्ष में खड़े थे तभी भवन निर्माण मंत्री ने कार्यालय में प्रवेश किए। मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को फोन लगवाया और पूछा कि अभी तक कार्यालय क्यों नहीं पहुंचे हैं। सभी को साढ़े नौ बजे तक कार्यालय पहुंचना है। मंत्रियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई।
यही नहीं मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, कृषि एवं परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह अपने कक्ष में नदारद मिले। शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव भी कार्यालय में नहीं थे। इन सभी की अनुपस्थिति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौण्ड्रिक, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि अपने कार्यालय में उपस्थित थे।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक भी कक्ष में नहीं थे। वे आधिकारिक तौर पर दिल्ली गए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने विकास भवन स्थित शिक्षा विभाग के कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री विश्वेश्वरैया भवन के सातवें तल पर गए और वहां पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल एवं कमांड सिस्टम का जायजा लिया। पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुडुक्कलकट्टी ने मुख्यमंत्री को मॉनीटरिंग सिस्टम की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि को निर्देश दिया कि सभी सचिवालय के भवनों पर सोलर प्लेट लगाएं ताकि सौर ऊर्जा का उपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने सचिवालय परिसर में साफ-सफाई एवं वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उपस्थित कर्मियों से बातचीत की और कार्य पद्धति की जानकारी ली।
निरीक्षण के पश्चात विश्वेश्वरैया भवन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पहले से तय कर दिया गया है कि सभी लोगों को कार्यालय सुबह साढ़े नौ बजे तक पहुंच जाना है। इसी सिलसिले में हम सब जगह देख रहे हैं। हम देख रहे हैं कि सब लोग समय पर आते हैं या नहीं। यदि कोई उपस्थित नहीं रहते हैं तो हम उसी समय फोन लगाकर उनसे बात करते हैं। विश्वेश्वरैया भवन को हम बड़ा और बेहतर बनवा रहे हैं। हम चाहते हैं कि सब लोग समय पर आएं और ठीक ढंग से काम करें।