तीन सितम्बर को होगा ब्राह्मण महासंगमः पांच हजार किलो पीले चावल बाटे जाएंगे पूरे प्रदेश में
आगामी तीन सितम्बर को होने वाले ब्राह्मण महासंगम के लिये शनिवार को बनीपार्क स्थित खण्डाका हाउस मे सर्व ब्राह्मण महासभा एवं अन्य ब्राह्मण संगठनों की प्रदेश स्तरीय संयुक्त बैठक आयोजित की गई। जिसमें समाज की महिलाओं ने पीले चावल वितरण कर कार्यक्रम की शुरुआत कि साथ ही तय किया गया है कि पूरे प्रदेश में पांच हजार किलो पीले चावल वितरण किये जायेगें। जिसकी शुरुआत शनिवार को जयपुर से हुई।
सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने बताया कि तीन सितंबर को आने वाले ब्राह्मण महासंगम के प्रति समाज का जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इसलिए इस बार पहली बार प्रदेश की दो सौ की दो सौ विधानसभाओं से समाज बंधुओं को जयपुर बुलाया जाएगा और समाज हित में जो भी निर्णय इस महासंगम में लिये जायेगें। उन्हें समाज के हर तबके तक पहुंचाया जायेगा।
समारोह के मुख्य अतिथि विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज सदैव सबको साथ लेकर चलता है तथा सर्वजन सुखाय की भावना के साथ काम करता है। पूरी उम्मीद है कि आगामी ब्राह्मण महासंगम देश को एक नई दिशा देगा।
शर्मा कहा कि महासभा ने एक लम्बी लड़ाई ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिये लड़ी थी। उस समय भी महासभा ने लाखों-लाख ब्राह्मणों को आरक्षण रैलियां आयोजित की थी और सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने उस समय महासभा के मंच पर आकर समर्थन दिया था।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में समाज का प्रतिनिधित्व बढ़े और समाज एकजूट होकर अपने मताधिकार का उपयोग करें। मुख्य एजेंडे के रूप में 14 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग, भगवान परशुराम विश्वविद्यालय की स्थापना, भगवान परशुराम जी की 111 फीट प्रतिमा की स्थापना, प्रत्येक जिले में गुरुकुल की स्थापना, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में हो रही विसंगतियों को दूर करना, ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन के समय लगाये गये मुकदमों को वापिस लेना, ब्राह्मण बालिकाओं के लिये छात्रावास की स्थापना, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में राजनीतिक आरक्षण भी मिले सहित अन्य प्रस्ताव इस महासंगम में लिये जायेगें। महासभा ने समाज को एकजुट करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम हाथ में ले रखे है। जिसमें सामूहिक विवाह, सामूहिक उपनयन संस्कार, ज्योतिष कर्मकाण्ड शिविर, छात्रवृत्ति देने सहित अनेका अनेक कार्यक्रम महासभा द्वारा किये जा रहे है।
सभी वक्ताओं ने कहा कि इस महासंगम में ब्राह्मण अस्मिता को मजबूत करने, समाज को एकजुट करने साथ ही राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से समाज की ताकत को बढाना, एकमात्र उद्देश्य होगा। जिन्हे प्रत्येक गांव, तहसील तक पहुंचाया जाये। इस पर भी चर्चा होगी। साथ ही पूरे प्रदेश में ब्राह्मणों का राजनीतिक प्रतिनिधित्व बढे, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में राजनीतिक आरक्षण भी हो, ये सब विषय भी इस महासंगम में रखे जायेगें।





