पाकिस्तान में खूनी हिंसा: TLP चीफ साद रिजवी पर गोलीबारी, 250 कार्यकर्ताओं की मौत का दावा, गाजा शांति योजना पर फूटा गुस्सा
लाहौर, 14 अक्टूबर 2025: पाकिस्तान की सियासत में भूचाल आ गया है। गाजा शांति योजना के खिलाफ तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) का मार्च हिंसा की भेंट चढ़ गया, जहां चीफ साद रिजवी को तीन गोलियां लगीं। TLP ने 250 कार्यकर्ताओं की मौत और 48 पुलिसकर्मियों की हत्या का दावा किया। लाहौर-इस्लामाबाद हाईवे पर खून बहा, रेंजर्स-पुलिस की फायरिंग से इलाका युद्धक्षेत्र बन गया। शहबाज शरीफ सरकार का समर्थन करने के बावजूद जनता सड़कों पर। क्या यह सिविल वॉर का आगाज है? पूरी घटना की परतें आगे…
गाजा योजना पर फूटा आक्रोश: TLP का लॉन्ग मार्च, हाईवे पर खूनी जंग
गाजा में दो साल के युद्ध के बाद हमास ने 20 जीवित बंधकों को रिहा किया, इजरायल ने 2000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा। ट्रंप ने इसे ‘शांति की शुरुआत’ बताया, लेकिन पाकिस्तान में TLP ने इसे ‘धोखा’ करार देकर विरोध शुरू किया। चीफ साद रिजवी ने लाहौर से इस्लामाबाद मार्च का ऐलान किया, अमेरिकी दूतावास के बाहर धरना देने को। शुक्रवार को हजारों समर्थक निकले, लेकिन सरकार ने कंटेनरों से हाईवे ब्लॉक कर दिया। मुरिदके में TLP कैंप पर रेंजर्स ने छापा मारा, फायरिंग हुई। TLP का दावा: 250 कार्यकर्ता शहीद, 1500 घायल। आधिकारिक आंकड़े: 5 मौतें, दर्जनों घायल। रिजवी को तीन गोलियां लगीं, भाई अनस भी जख्मी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, जहां वाहन जलते दिखे।
साद रिजवी पर हमला: तीन गोलियां, क्रिटिकल कंडीशन में लीडर
TLP चीफ साद रिजवी (31), पिता खादिम हुसैन रिजवी के वारिस, मुरिदके में कैंप पर थे। रेंजर्स की फायरिंग में उन्हें तीन गोलियां लगीं—सीने और कंधे में। TLP ने कहा, ‘शहरीफ सरकार ने गद्दारी की।’ रिजवी की हालत क्रिटिकल, लेकिन जिंदा। वीडियो में वे समर्थकों से शांति की अपील करते दिखे: ‘गोली चलाओ, लेकिन हम शहीद होंगे।’ पुलिस का कहना: प्रदर्शनकारी ने SHO को मार डाला, 40 वाहन जला दिए। FIR में TLP पर ATA की धाराएं, हत्या, आगजनी। रिजवी 2021 में गिरफ्तार हो चुके, तब TLP ने ब्लास्फेमी कानून के नाम पर हिंसा की। X पर #SaadRizvi ट्रेंडिंग, समर्थक चिल्ला रहे: ‘शहीदों का बदला लेंगे।’
सिविल वॉर जैसे हालात: सरकार का दमन, जनता का विद्रोह
शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने ट्रंप प्लान का समर्थन किया, लेकिन जनता में आग। लाहौर-इस्लामाबाद रूट बंद, इंटरनेट सस्पेंड, स्कूल-यूनिवर्सिटी बंद। TLP का दावा: 48 पुलिसकर्मी मारे, लेकिन आधिकारिक: 1 SHO शहीद। मिनिस्टर तलाल चौधरी ने TLP को ‘राजनीतिक फायदा उठाने वाला’ कहा। प्रदर्शनकारी ब्रिक्स, स्टिक्स से लैस, रेंजर्स पर पथराव। मुनीर की आर्मी और शरीफ की पुलिस पर ‘पाकिस्तानियों पर गोली’ का आरोप। X पर वीडियो: जलते ट्रक, घायल कार्यकर्ता। अंतरराष्ट्रीय चिंता: यूएस दूतावास ने सिटिजन्स को अलर्ट किया। क्या TLP का मार्च सत्ता हिला देगा? शांति या और खून? समय बताएगा।
