भाजपा का कांग्रेस पर बड़ा हमला: ‘भारत विरोधी ग्लोबल अलायंस’ के सदस्य हैं राहुल गांधी, सैम पित्रोदा के दावों ने छेड़ा नया विवाद
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा के एक हालिया साक्षात्कार के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ तीखा हमला बोला है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी एक ऐसे वैश्विक गठबंधन का हिस्सा बन चुके हैं जो भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है। नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सैम पित्रोदा के बयानों का हवाला देते हुए राहुल गांधी की विदेश यात्राओं के पीछे के ‘गुप्त उद्देश्यों’ पर सवाल उठाए। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस अब देश के भीतर जनाधार खोने के बाद विदेशी ताकतों और अंतरराष्ट्रीय फंडर्स की मदद से सत्ता पाने का ‘दिवा-स्वप्न’ देख रही है।
‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस’ और राहुल गांधी की भूमिका
विवाद की शुरुआत सैम पित्रोदा के उस बयान से हुई जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि कांग्रेस पार्टी ‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस’ का हिस्सा है। सुधांशु त्रिवेदी ने पित्रोदा के साक्षात्कार का उल्लेख करते हुए कहा कि राहुल गांधी हाल ही में इसी गठबंधन की बैठकों में भाग लेने के लिए जर्मनी गए थे। पित्रोदा ने कथित तौर पर यह भी कहा कि राहुल गांधी इस अलायंस के सह-अध्यक्ष हैं।
भाजपा ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए सवाल किया कि आखिर यह गठबंधन किस प्रकार की विचारधारा को बढ़ावा दे रहा है? त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि यह संगठन वैश्विक स्तर पर उन शक्तियों को एक साथ लाता है जो भारत की बढ़ती शक्ति और संप्रभुता के खिलाफ काम करती हैं। भाजपा का तर्क है कि राहुल गांधी का ऐसे संगठनों के साथ जुड़ाव और उनके मंचों से भारत विरोधी बयानबाजी करना महज इत्तेफाक नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।
जॉर्ज सोरोस और विदेशी फंडिंग का मुद्दा
भाजपा ने इस मामले में अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस का जिक्र कर कांग्रेस को घेरा। सुधांशु त्रिवेदी ने याद दिलाया कि 23 जनवरी 2020 को दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान जॉर्ज सोरोस ने खुले तौर पर घोषणा की थी कि वे दुनिया भर में ‘राष्ट्रवादी ताकतों’ को हराने के लिए 10 लाख डॉलर का फंड खर्च करेंगे। सोरोस ने उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम स्पष्ट रूप से लिया था।
भाजपा का आरोप है कि सैम पित्रोदा से जब जॉर्ज सोरोस से जुड़े लोगों के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बड़ी सहजता से कह दिया कि ‘उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।’ भाजपा ने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस को भारत की सुरक्षा और अस्मिता की परवाह नहीं है? त्रिवेदी ने पूछा, “राहुल गांधी किसके दबाव में विदेश जाते हैं और किन लोगों के इशारे पर वहां जाकर भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सवाल उठाते हैं?” भाजपा का दावा है कि राहुल गांधी उन शक्तियों की मदद ले रहे हैं जो भारत में अस्थिरता पैदा करना चाहती हैं।
जर्मनी यात्रा और रूसी राष्ट्रपति का जिक्र
राहुल गांधी की हालिया जर्मनी यात्रा के दौरान दिए गए बयानों पर भी भाजपा ने निशाना साधा। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी ने एक ऐसे संस्थान में भारत विरोधी भाषण दिया, जो रूस में प्रतिबंधित है। इसके साथ ही, भाजपा ने राहुल गांधी के उस बयान पर भी कटाक्ष किया जिसमें उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात न होने पर आपत्ति जताई थी।
त्रिवेदी ने तंज कसते हुए कहा कि कूटनीति में मुलाकातें केवल मेजबान देश की इच्छा पर निर्भर नहीं करतीं, बल्कि मेहमान देश की गंभीरता और प्रोटोकॉल पर भी आधारित होती हैं। भाजपा का आरोप है कि राहुल गांधी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रासंगिकता दिखाने के लिए निराधार बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि हकीकत में वे उन संस्थानों के हाथों का खिलौना बन रहे हैं जो भारत के हितों के विरुद्ध काम करते हैं।
कांग्रेस की सांगठनिक कमजोरी: ‘नेट प्रैक्टिस के बिना मैच खेलना’
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा ने कांग्रेस की आंतरिक कार्यप्रणाली पर भी करारा प्रहार किया। सुधांशु त्रिवेदी ने भाजपा के निरंतर चलने वाले संगठनात्मक कार्यक्रमों, बैठकों और प्रशिक्षण शिविरों की तुलना कांग्रेस की निष्क्रियता से की। उन्होंने एक क्रिकेटिंग उपमा का उपयोग करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की स्थिति उस बल्लेबाज की तरह है जो कभी ‘नेट प्रैक्टिस’ (सांगठनिक तैयारी) नहीं करता, लेकिन जब असली मैच में शून्य पर आउट हो जाता है, तो अपनी कमी देखने के बजाय अंपायर (चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक संस्थाएं) के फैसलों पर सवाल उठाता है।
भाजपा ने कहा कि जहां उनकी पार्टी हर स्तर पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करती है, वहीं कांग्रेस केवल ‘ग्लोबल अलायंस’ और विदेशी दौरों के जरिए शॉर्टकट से सत्ता हासिल करना चाहती है। भाजपा के अनुसार, कांग्रेस का जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा है और इसीलिए वे वैश्विक मंचों पर भारत को बदनाम कर सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहे हैं।
सत्ता पाने का ‘दिवा-स्वप्न’ और भाजपा की चेतावनी
भाजपा ने अंत में कांग्रेस को आगाह किया कि भारत की जनता अब जागरूक है और वह विदेशी शक्तियों के साथ मिलकर रची जा रही साजिशों को समझती है। त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी को यह समझ लेना चाहिए कि सत्ता का रास्ता जर्मनी के संस्थानों या सोरोस के फंड से होकर नहीं, बल्कि भारत के गांवों और गरीब जनता के विश्वास से होकर गुजरता है। भाजपा का मानना है कि सैम पित्रोदा की स्वीकारोक्ति ने कांग्रेस के ‘भारत विरोधी’ चेहरे को बेनकाब कर दिया है। पार्टी ने मांग की है कि राहुल गांधी स्पष्ट करें कि ‘ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस’ के साथ उनके संबंधों का वास्तविक स्वरूप क्या है और वे किन विदेशी ताकतों के साथ मिलकर भारत के लोकतंत्र को चुनौती दे रहे हैं।