राहुल गांधी के कोलंबिया बयान पर BJP का पलटवार: ‘विदेश में भारत का अपमान, देशभक्ति मत खोइए’
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2025: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के कोलंबिया दौरे ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया। मेडेलिन की ईआईए यूनिवर्सिटी में राहुल ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है और BJP-RSS की विचारधारा ‘कायरतापूर्ण’ है। BJP ने इसे ‘विदेशी धरती पर भारत का अपमान’ बताकर राहुल पर तीखा प्रहार किया। क्या यह बयान भारत की छवि को नुकसान पहुंचाएगा या विपक्ष की रणनीति को मजबूत करेगा? आइए, इस विवाद की पूरी कहानी समझते हैं।
राहुल का हमला: ‘लोकतंत्र पर खतरा, RSS-BJP की कायरता’
कोलंबिया के मेडेलिन में ईआईए यूनिवर्सिटी के संवाद सत्र में राहुल गांधी ने NDA सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “भारत में लोकतंत्र पर सुनियोजित हमले हो रहे हैं। संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा, समाज के कुछ वर्गों को दबाया जा रहा, और बोलने की आजादी खतरे में है।” राहुल ने RSS-BJP की विचारधारा पर तंज कसते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक पुराने बयान का जिक्र किया, “चीन हमसे ज्यादा शक्तिशाली है, मैं कैसे लड़ूं?” इसे ‘कायरता’ बताकर राहुल ने कहा, “भारत के लोग तानाशाही या चीन जैसा सिस्टम बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने भारत को ‘पार्टनरशिप’ वाला देश बताया, जो अहंकार से नहीं, बल्कि सहयोग से चलता है। यह बयान उनकी ‘भारत जोड़ो’ थीम और विपक्षी भूमिका को ग्लोबल मंच पर ले जाता है।
BJP का तीखा जवाब: ‘राहुल का भारत विरोधी प्रोपगैंडा’
BJP ने राहुल के बयान को ‘विदेश में भारत की बेइज्जती’ करार दिया। प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “राहुल गांधी हर बार विदेश जाकर भारत को बदनाम करते हैं। लंदन में लोकतंत्र पर सवाल, अमेरिका में संस्थाओं का मजाक, और अब कोलंबिया में यह। सत्ता खोई, देशभक्ति मत खोइए। BJP की आलोचना करें, लेकिन भारत माता को नीचा दिखाने की हिम्मत कैसे?” रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल को ‘नाकाम राजनेता’ कहा, जो ‘चुनावी हार का गुस्सा विदेश में निकालते हैं।” कंगना रनौत ने X पर लिखा, “राहुल की जलन भारत की प्रगति से है।” अमित मालवीय ने इसे ‘गिबरिश’ और ‘एंटी-इंडिया’ करार दिया। BJP ने राहुल को ‘Leader of Opposing Bharat’ का तमगा दिया, और X पर #RahulInsultsIndia ट्रेंड करवाया। यह विवाद 2024 लोकसभा चुनावों के बाद BJP की ‘कांग्रेस को घेरने’ की रणनीति का हिस्सा लगता है।
पुराना पैटर्न या सियासी दांव? राहुल के बयानों का इतिहास
राहुल का विदेश में सरकार की आलोचना करना नया नहीं। 2018 में लंदन में ‘संस्थागत कमजोरी’, 2023 में अमेरिका में ‘लोकतंत्र खतरे में’ जैसे बयान दे चुके हैं। BJP इसे ‘भारत विरोधी प्रोपगैंडा’ कहती है, तो कांग्रेस इसे ‘सच्चाई उजागर करना’ बताती है। कोलंबिया बयान के बाद X पर BJP समर्थकों ने मीम्स शेयर किए, जबकि कांग्रेस ने इसे ‘राहुल का साहस’ कहा। विश्लेषकों का मानना है कि राहुल ग्लोबल ऑडियंस को भारत की ग्राउंड रियलिटी बताने की कोशिश कर रहे, लेकिन BJP इसे ‘इंटरनेशनल इमेज खराब करने’ का मौका बनाती है। क्या यह विवाद 2025 के सियासी माहौल को और गर्माएगा? यह सवाल हर किसी के जेहन में है।
