इंडिगो फ्लाइट में दाढ़ी-टोपी वाले यात्री को थप्पड़: एयरलाइन ने की निंदा, आरोपी हिरासत में
लखनऊ/ 2 अगस्त : इंडिगो एयरलाइंस की मुंबई-कोलकाता फ्लाइट (6E138) में शुक्रवार, 1 अगस्त 2025 को एक यात्री ने दाढ़ी और टोपी पहने सहयात्री को थप्पड़ मार दिया। ख़बरों के मुताबिक इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंडिगो ने बयान जारी कर इसकी कड़ी निंदा की और आरोपी को हिरासत में लिया गया।
घटना का विवरण: पैनिक अटैक के दौरान मारपीट
खबरों के अनुसार, पीड़ित यात्री को फ्लाइट में पैनिक अटैक हुआ, जिससे वह परेशान और रोने लगा। केबिन क्रू उसे शांत करने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान, हाफिजुल रहमान नाम के यात्री ने अचानक पीड़ित को थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद वहाँ आसपास बैठे लोग उसे रोकने की कोसिस करने लगे और उससे सवाल करने लगे।
इंडिगो का आधिकारिक बयान
सूत्रों की मुताबिक इंडिगो ने बयान में कहा, “हमारी फ्लाइट में हुई मारपीट की घटना अस्वीकार्य है। हम यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा व गरिमा से समझौता नहीं करते। हमारे क्रू ने प्रोटोकॉल का पालन किया और आरोपी को कोलकाता पहुंचने पर सुरक्षा अधिकारियों के हवाले कर दिया गया। सभी नियामक एजेंसियों को सूचित किया गया है। हम सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई
फ्लाइट के कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरने के बाद हाफिजुल रहमान को CISF ने हिरासत में लिया और विधाननगर पुलिस को सौंप दिया। इंडिगो ने उसे “उपद्रवी यात्री” घोषित किया, जिससे वह कुछ समय तक उनकी फ्लाइट्स में यात्रा नहीं कर सकेगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जांच शुरू की है। इंडिगो ने अपने एक बयां के जरिये बताया कि हम यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा में कोई कमी नहीं आने देंगे और आरोपी को जल्द से जल्द इसकी सजा मिलेगी।
सोशल मीडिया पर विवाद
ख़बरों के अनुसार वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं उकसाईं। कई यूजर्स ने इसे धार्मिक भेदभाव का मामला बताया, क्योंकि पीड़ित मुस्लिम था। लोग आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और नो-फ्लाई लिस्ट में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। रिपोर्ट्स में दावा है कि पीड़ित की घबराहट से आरोपी को “परेशानी” हुई, लेकिन यह हरकत व्यापक रूप से अस्वीकार्य मानी जा रही है। इंडिगो ने नियामक एजेंसियों को सूचना दी है। यह घटना विमान में यात्रियों के व्यवहार और धार्मिक संवेदनशीलता पर बहस छेड़ सकती है। लोग पारदर्शी जांच और पीड़ित को न्याय की मांग कर रहे हैं।
