यूपी में संचारी रोग विरोधी और दस्तक अभियान शुरू, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संभाली कमान
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मंगलवार, 1 जुलाई 2025 से संचारी रोग विरोधी और दस्तक अभियान की शुरुआत हो गई। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस अभियान की कमान संभालते हुए पहले दिन खुद घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पूरे प्रदेश में घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों से बचाव के प्रति जागरूक करेंगे। यह अभियान 31 जुलाई तक चलेगा।
मच्छर जनित रोगों पर विशेष फोकस
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को मच्छर जनित रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाना है। उन्होंने कहा, “लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे अपने घरों और आसपास जलजमाव न होने दें, क्योंकि जलजमाव मच्छरों के पनपने का प्रमुख कारण है।” अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों को बताएंगे कि जलजमाव की संभावना वाले स्थानों की पहचान कैसे करें और उनकी साफ-सफाई कैसे सुनिश्चित की जाए।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को मच्छर जनित रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाना है। उन्होंने कहा, “लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे अपने घरों और आसपास जलजमाव न होने दें, क्योंकि जलजमाव मच्छरों के पनपने का प्रमुख कारण है।” अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों को बताएंगे कि जलजमाव की संभावना वाले स्थानों की पहचान कैसे करें और उनकी साफ-सफाई कैसे सुनिश्चित की जाए।
घर-घर जागरूकता और ओआरएस वितरण
अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों, विशेष रूप से मच्छर जनित और उल्टी-दस्त जैसे रोगों के बारे में जानकारी देंगे। अगर किसी घर में संभावित रोगी दिखाई देता है, तो आशा कार्यकर्ता इसकी सूचना स्वास्थ्य अधिकारियों को देंगी, ताकि तुरंत इलाज शुरू किया जा सके। इसके साथ ही, लोगों को उल्टी-दस्त से बचाव के लिए ओआरएस (Oral Rehydration Solution) के पैकेट भी वितरित किए जाएंगे, ताकि आपात स्थिति में इसका उपयोग कर सुरक्षित रहा जा सके।
अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों, विशेष रूप से मच्छर जनित और उल्टी-दस्त जैसे रोगों के बारे में जानकारी देंगे। अगर किसी घर में संभावित रोगी दिखाई देता है, तो आशा कार्यकर्ता इसकी सूचना स्वास्थ्य अधिकारियों को देंगी, ताकि तुरंत इलाज शुरू किया जा सके। इसके साथ ही, लोगों को उल्टी-दस्त से बचाव के लिए ओआरएस (Oral Rehydration Solution) के पैकेट भी वितरित किए जाएंगे, ताकि आपात स्थिति में इसका उपयोग कर सुरक्षित रहा जा सके।
31 जुलाई तक चलेगा अभियान
यह अभियान पूरे एक महीने तक यानी 31 जुलाई तक जारी रहेगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें न केवल जागरूकता फैलाएंगी, बल्कि लोगों को स्वच्छता और रोगों से बचाव के उपायों के बारे में भी शिक्षित करेंगी। डिप्टी सीएम ने जोर देकर कहा कि प्रदेश सरकार संचारी रोगों को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस अभियान के जरिए हर घर तक स्वास्थ्य सुविधाएं और जागरूकता पहुंचाने का लक्ष्य है।
यह अभियान पूरे एक महीने तक यानी 31 जुलाई तक जारी रहेगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें न केवल जागरूकता फैलाएंगी, बल्कि लोगों को स्वच्छता और रोगों से बचाव के उपायों के बारे में भी शिक्षित करेंगी। डिप्टी सीएम ने जोर देकर कहा कि प्रदेश सरकार संचारी रोगों को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस अभियान के जरिए हर घर तक स्वास्थ्य सुविधाएं और जागरूकता पहुंचाने का लक्ष्य है।
यह अभियान उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और जनता को रोगमुक्त रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
