बॉलीवुड में कार्य अवधि पर छिड़ी बहस: दीपिका के बाद कियारा आडवाणी ने भी किया 8 घंटे की शिफ्ट का समर्थन
मुंबई: भारतीय फिल्म उद्योग (बॉलीवुड) में काम करने के घंटों और कलाकारों व क्रू मेंबर्स के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। इस चर्चा की शुरुआत अभिनेत्री दीपिका पादुकोण द्वारा सेट पर ‘8 घंटे की कार्य अवधि’ की मांग से हुई थी, जिसे अब इंडस्ट्री के अन्य बड़े सितारों का भी साथ मिल रहा है। इस कड़ी में अब बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री और हाल ही में मां बनीं कियारा आडवाणी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है। कियारा ने न केवल दीपिका के सुझाव का समर्थन किया है, बल्कि पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन (Work-Life Balance) बनाए रखने को आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत बताया है।
मां बनने के बाद कियारा का नया नजरिया और मानसिक स्वास्थ्य
कियारा आडवाणी ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अपनी नई जीवनशैली और प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से बात की। इसी साल जुलाई में बेटी ‘सरायाह’ के जन्म के बाद कियारा के लिए जीवन के मायने बदल गए हैं। अभिनेत्री ने स्वीकार किया कि मां बनने के बाद उनकी मानसिक शांति और स्वास्थ्य उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गए हैं। उन्होंने कहा कि जब आप एक नई जिम्मेदारी संभालते हैं, तो आपको एहसास होता है कि समय कितना कीमती है। कियारा के अनुसार, “सरायाह के जन्म के बाद मुझमें एक नई स्पष्टता और प्रेरणा आई है। अब मैं न केवल अपने मानसिक स्वास्थ्य को महत्व देती हूं, बल्कि मैं यह भी चाहती हूं कि मेरे साथ काम करने वाले लोग भी मानसिक रूप से तनावमुक्त रहें।”
गरिमा, संतुलन और सम्मान: कियारा के काम के तीन आधार स्तंभ
आठ घंटे की कार्य शिफ्ट को लेकर चल रही बहस पर अपनी राय रखते हुए कियारा ने एक बहुत ही व्यावहारिक दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यस्थल पर, चाहे वह फिल्म का सेट हो या कोई ऑफिस, अत्यधिक तनाव और जरूरत से ज्यादा काम किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं होता। कियारा ने बताया कि उनकी पेशेवर जिंदगी तीन मुख्य सिद्धांतों पर टिकी है—गरिमा, संतुलन और सम्मान।
अभिनेत्री का मानना है कि ये तीनों नियम केवल उनके खुद के लिए नहीं हैं, बल्कि उनके घर पर काम करने वाले सहयोगियों और उनके प्रोफेशनल स्टाफ पर भी समान रूप से लागू होते हैं। कियारा के मुताबिक, यदि काम के घंटों में संतुलन होगा, तो रचनात्मकता (Creativity) बेहतर होगी और काम करने वाले लोग अधिक सम्मानजनक महसूस करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि लंबे घंटों तक काम करना ही सफलता की गारंटी नहीं है, बल्कि गुणवत्तापूर्ण काम करना अधिक महत्वपूर्ण है।
दीपिका पादुकोण की मांग को मिला फिल्म जगत का साथ
बता दें कि यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ था जब दीपिका पादुकोण ने फिल्म इंडस्ट्री में प्रचलित 12 से 14 घंटे की लंबी शिफ्टों पर सवाल उठाया था। दीपिका ने तर्क दिया था कि फिल्म निर्माण की प्रक्रिया बहुत थकाऊ होती है और यदि शिफ्ट को 8 घंटे तक सीमित कर दिया जाए, तो इससे फिल्म की पूरी टीम की कार्यक्षमता में सुधार होगा। दीपिका के इस बयान के बाद सोशल मीडिया और फिल्म गलियारों में दो पक्ष बन गए थे। हालांकि, कियारा आडवाणी, कैटरीना कैफ और कई अन्य तकनीकी विशेषज्ञों ने इस पहल की सराहना की है। उनका मानना है कि बॉलीवुड को अब वैश्विक मानकों (Global Standards) को अपनाना चाहिए जहां कार्य अवधि को लेकर सख्त नियम हैं।
स्क्रिप्ट चयन में बदलाव: अब ‘जॉनर’ नहीं ‘गहराई’ है जरूरी
मां बनने के बाद कियारा के काम करने के तरीके और प्रोजेक्ट्स के चुनाव में भी बदलाव आया है। कियारा ने बताया कि अब वह ऐसी कहानियों की तलाश में हैं जिनमें गहराई हो। उन्होंने कहा, “अब मेरे लिए यह मायने नहीं रखता कि फिल्म किस जॉनर की है—चाहे वह रोमांस हो, एक्शन हो या थ्रिलर। अब मैं यह देखती हूं कि किरदार की कहानी कितनी मजबूत है और वह दर्शकों के दिल को कितना छू सकती है।” कियारा फिलहाल एक आगामी बायोपिक को लेकर बेहद उत्साहित हैं और सक्रिय रूप से नई स्क्रिप्ट्स पढ़ रही हैं। उनका मानना है कि एक कलाकार के रूप में अब वह अधिक परिपक्व महसूस करती हैं और यह उनकी स्क्रीन प्रेजेंस में भी नजर आएगा।
सिद्धार्थ और कियारा की नन्ही परी ‘सरायाह’
कियारा और उनके पति सिद्धार्थ मल्होत्रा इस समय अपनी पेरेंटहुड यात्रा का आनंद ले रहे हैं। कपल ने अपनी बेटी का नाम ‘सरायाह मल्होत्रा’ रखा है, जिसकी घोषणा उन्होंने एक भावुक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए की थी। कियारा ने बताया कि घर पर सिद्धार्थ एक बहुत ही सहायक पिता और पति की भूमिका निभा रहे हैं, जिससे उन्हें अपनी व्यक्तिगत और प्रोफेशनल जिंदगी को मैनेज करने में काफी मदद मिल रही है। प्रशंसकों के बीच ‘सरायाह’ के नाम को लेकर काफी चर्चा रही है और कपल की ओर से साझा की गई झलकियां सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होती हैं।
वर्कफ्रंट: ‘टॉक्सिक’ में यश के साथ नजर आएंगी कियारा
कियारा आडवाणी के वर्कफ्रंट की बात करें तो वह जल्द ही सुपरस्टार यश की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘टॉक्सिक’ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती नजर आएंगी। हाल ही में इस फिल्म से कियारा का फर्स्ट लुक जारी किया गया था, जिसने इंटरनेट पर धूम मचा दी थी। फिल्म ‘टॉक्सिक’ को लेकर दर्शकों में भारी उत्साह है और कियारा के लुक को काफी सराहा गया है। इसके अलावा, कियारा के पास पाइपलाइन में कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं, जो आने वाले समय में रिलीज होंगे।
निष्कर्ष: इंडस्ट्री के लिए बदलाव का समय
कियारा आडवाणी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मनोरंजन जगत में ‘बर्नआउट’ और मानसिक तनाव एक गंभीर समस्या बनकर उभरे हैं। दीपिका और कियारा जैसे शीर्ष कलाकारों द्वारा कार्य अवधि के मुद्दे को उठाना यह दर्शाता है कि अब समय बदल रहा है। फिल्म निर्माण केवल ग्लैमर का काम नहीं है, इसमें शारीरिक और मानसिक श्रम भी शामिल है। अगर इंडस्ट्री में 8 घंटे की शिफ्ट का नियम लागू होता है, तो यह न केवल सितारों के लिए बल्कि हजारों दिहाड़ी मजदूरों और क्रू मेंबर्स के लिए भी एक बड़ी राहत होगी, जो अक्सर पर्दे के पीछे बिना थके घंटों काम करते हैं।