लंदन: ब्रिटेन रूस की हरकत पर बुधवार बुरी तरह बिफर पड़ा। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी तक दे डाली। दरअसल, ब्रिटेन ने रूस को एक जासूसी जहाज को लेकर कड़ी चेतावनी जारी की। उसने कहा कि जहाज को स्कॉटलैंड के उत्तर में उसके जलक्षेत्र के किनारे संचालित किया जा रहा है और इसने ‘रॉयल एयर फोर्स’ (आरएएफ) के पायलट पर लेजर भी दागे हैं। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जॉन हेली ने यहां अपने संबोधन में न केवल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को उनके जहाज को ब्रिटिश जलक्षेत्र में आगे बढ़ने के प्रति आगाह किया, बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच ‘‘सशस्त्र संघर्ष’’ समेत वैश्विक तनावों के मद्देनजर ब्रिटेन को अपने युद्ध सामग्री उत्पादन में ‘‘तेजी’’ लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
ब्रिटेन के समुद्री बुनियादी ढांचे के लिए रूसी यांतर पोत का खतरा
ब्रिटेन के रक्षा सचिव जॉन हीली ने 19 नवंबर 2025 को डाउनिंग स्ट्रीट में दिए भाषण में रूसी जासूसी पोत यांतर को ब्रिटेन के समुद्री बुनियादी ढांचे के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि आरएएफ के पायलट पिछले कुछ सप्ताहों से इस पोत पर नजर रख रहे हैं, जो ब्रिटेन के जलक्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। यांतर, रूस की गहरे समुद्र अनुसंधान निदेशालय (GUGI) द्वारा संचालित, शांतिकाल में जासूसी और युद्धकाल में तोड़फोड़ के लिए डिजाइन किया गया है। यह पोत ब्रिटेन के अंडरसी केबल्स और पाइपलाइन्स को मापने और नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है, जो ऊर्जा और इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण हैं। हीली ने कहा कि रॉयल नेवी का एक फ्रिगेट (HMS समरसेट) और आरएएफ के पी-8 पोसाइडन विमान तैनात किए गए हैं। इस दौरान यांतर ने पायलटों पर लेजर दागे, जो बेहद खतरनाक कार्रवाई है। यह इस साल दूसरी बार है जब यांतर ब्रिटेन के जलक्षेत्र में तैनात हुआ, पहले जनवरी 2025 में। हीली ने पुतिन को चेतावनी दी: “हम आपको देख रहे हैं, जानते हैं आप क्या कर रहे हैं, और अगर यह दक्षिण की ओर बढ़ा तो हम तैयार हैं।” रूस ने इसे “समुद्री अनुसंधान पोत” बताते हुए ब्रिटिश बयान को खारिज किया। यह घटना नाटो सहयोगियों के बीच सतर्कता बढ़ा रही है।
बदलती वैश्विक दुनिया और उभरते खतरे
हीली ने भाषण में कहा कि “हमारी दुनिया बदल रही है – कम पूर्वानुमानित और अधिक खतरनाक।” उन्होंने पिछले वर्ष की घटनाओं का जिक्र किया: इजराइल-ईरान युद्ध ने पश्चिम एशिया को युद्ध की कगार पर ला खड़ा किया, भारत-पाकिस्तान के बीच मई 2025 का चार दिवसीय सशस्त्र टकराव (ऑपरेशन सिंदूर) वैश्विक तनाव बढ़ा, ब्रिटेन में चीनी जासूसों ने लोकतंत्र को निशाना बनाया, और पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को तेज किया। यूरोप के आसमान में ड्रोन हमलों की घटनाएं बढ़ीं, नाटो हवाई क्षेत्र में रूसी घुसपैठ दोगुनी हो गई, तथा ब्रिटेन की रक्षा प्रणाली पर अकेले 90,000 साइबर हमले हुए। बाल्टिक सागर में पाइपलाइन्स और केबल्स पर रूसी तोड़फोड़ के प्रयासों ने चिंता बढ़ाई। हीली ने चेतावनी दी कि रूस, चीन और ईरान जैसे प्रतिकूल राज्य “ग्रे जोन” में आक्रामकता दिखा रहे हैं, जो पारंपरिक युद्ध से पहले की कार्रवाइयां हैं। ब्रिटेन ने नाटो के बाल्टिक सेंट्री अभियान में पी-8 और रिवेट जॉइंट विमान तैनात किए हैं। यह बदलाव ब्रिटेन को नई रक्षा रणनीति अपनाने पर मजबूर कर रहा है, जहां सहयोगी देशों के साथ समन्वय बढ़ाना जरूरी है।
खतरे के नए दौर के लिए ब्रिटेन की रक्षा तैयारी
हीली ने कहा, “यह खतरे का नया दौर है, जिसके लिए रक्षा के नए युग, मजबूत सहयोगियों और सुदृढ़ कूटनीति की जरूरत है। ब्रिटेन आगे आ रहा है।” रक्षा मंत्रालय ने 13 स्थानों पर “भविष्य के कारखाने” स्थापित करने की घोषणा की, जो युद्ध तैयारियों को बढ़ाएंगे। इस सप्ताह दो नए ड्रोन कारखाने खुलेंगे, जो ब्रिटेन को रक्षा नवाचार में अग्रणी बनाएंगे। हीली ने जोर दिया कि अंडरसी इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए रॉयल फ्लीट ऑक्ज़िलरी सर्विस और RFA प्रोटियस जैसे जहाज महत्वपूर्ण हैं। ब्रिटिश सरकार ने रूसी शैडो फ्लीट की निगरानी तेज की है, जो तेल तस्करी और तोड़फोड़ में शामिल है। नाटो सहयोगियों के साथ वास्तविक समय की चेतावनियां साझा की जा रही हैं। आलोचकों का कहना है कि ब्रिटेन अमेरिकी संसाधनों पर अत्यधिक निर्भर है, लेकिन हीली ने इसे अस्वीकार किया। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में नाटो पर दबाव के बीच आया, जहां ब्रिटेन यूरोपीय सुरक्षा में नेतृत्व की भूमिका निभा रहा है।