एलन मस्क का AI क्रांति विज़न: रोबोट करेंगे सारा काम, इंसानों को मिलेगी ‘यूनिवर्सल हाई इनकम’
10 नवंबर 2025, टेक्सास: दुनिया के सबसे प्रभावशाली उद्योगपति एलन मस्क ने एक बार फिर भविष्य की तस्वीर पेश की है, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोट मानव श्रम को पूरी तरह बदल देंगे। टेस्ला के हालिया शेयरधारक मीटिंग में मस्क ने कहा कि ऑप्टिमस रोबोट गरीबी मिटा देंगे और काम ‘वैकल्पिक’ हो जाएगा। लेकिन जब नौकरियां गायब हो जाएंगी, तो इंसान की आय का क्या? मस्क का जवाब है ‘यूनिवर्सल हाई इनकम’—एक ऐसी व्यवस्था जहां हर व्यक्ति को बिना मेहनत के ऊंची आय मिलेगी। क्या यह AI की प्रचुरता से संभव है? या यह सिर्फ एक सपना? मस्क का यह विज़न अर्थव्यवस्था, समाज और मानव जीवन को कैसे बदल सकता है? इस लेख में हम इस क्रांति की परतें खोलेंगे, तथ्यों और संभावनाओं के साथ, जो दुनिया को नया आकार देगी।
रोबोटों का उदय: ऑप्टिमस से शुरू हो रही मेहनत की क्रांति
एलन मस्क का मानना है कि टेस्ला का ह्यूमनॉइड रोबोट ऑप्टिमस श्रम बाजार को हमेशा के लिए बदल देगा। हालिया टेस्ला शेयरधारक मीटिंग में, जहां मस्क को 1 ट्रिलियन डॉलर का पे पैकेज मंजूर हुआ, उन्होंने कहा कि ऑप्टिमस ‘गरीबी मिटा देगा’। यह रोबोट इंसानों जैसा दिखता है और फैक्टरियों, घरों, गोदामों में 24×7 काम कर सकता है—बिना थके। मस्क का लक्ष्य 2030 तक 10 लाख यूनिट्स तैयार करना है, जो उत्पादकता को 5 गुना बढ़ाएंगे। अभी प्रोटोटाइप बेसिक टास्क जैसे हैंडिंग आउट कैंडी या डांसिंग कर रहे हैं, लेकिन मस्क दावा करते हैं कि यह इंसानी श्रम का सटीक विकल्प बनेगा। AI और रोबोटिक्स का यह संगम नई सभ्यता की शुरुआत है, जहां उत्पादन सस्ता और प्रचुर हो जाएगा। लेकिन क्या यह बेरोजगारी का संकट पैदा करेगा? मस्क कहते हैं, ‘काम वैकल्पिक होगा’—रचनात्मकता के लिए, न कि पैसों के लिए। यह विज़न उत्साहजनक है, पर विशेषज्ञ चेताते हैं कि संक्रमण काल में अराजकता हो सकती है।
यूनिवर्सल हाई इनकम: AI प्रचुरता से बिना काम की आय
मस्क का सबसे बड़ा कॉन्सेप्ट है ‘यूनिवर्सल हाई इनकम’ (UHI), जो यूनिवर्सल बेसिक इनकम से आगे जाता है। उन्होंने जो रोगन पॉडकास्ट में कहा, ‘AI और रोबोट्स से पूंजीवादी रास्ता कम्युनिस्ट यूटोपिया की ओर ले जाएगा’। विचार यह है कि जब रोबोट उत्पादन, खेती, निर्माण और वितरण संभाल लेंगे, तो संसाधन लगभग मुफ्त हो जाएंगे—सोलर एनर्जी से। इससे हर व्यक्ति को ऊंची आय मिलेगी, चाहे काम करे या न करे। मस्क अनुमान लगाते हैं कि 20% ‘रोबोट टैक्स’ से वैश्विक UHI फंड हो सकता है, जो प्रति व्यक्ति 20,000 डॉलर सालाना देगा। टेस्ला की AI एडवांसमेंट्स, जैसे AI5 चिप जो 2026 में लॉन्च होगी, इसकी नींव रखेंगी। लेकिन विवरण स्पष्ट नहीं: फंडिंग कैसे? सरकारें सहमत होंगी? आलोचक कहते हैं कि असमानता बढ़ सकती है, और UHI लागू करने में दशक लगेंगे। फिर भी, मस्क का दावा है कि यह इंसानों को गरीबी से मुक्त करेगा, जीवन को रुचि-आधारित बना देगा—शिक्षा, कला या एक्सप्लोरेशन के लिए। यह आर्थिक क्रांति का वादा है, जो समाज को स्थिर करेगी।
चुनौतियां और भविष्य: क्या AI का यूटोपिया वाकई संभव?
मस्क का विज़न रोमांचक है, लेकिन विशेषज्ञ इसे चुनौतीपूर्ण मानते हैं। मैकिंसे की रिपोर्ट कहती है कि ऑटोमेशन GDP बढ़ाएगा, लेकिन शॉर्ट-टर्म डिसरप्शन से नौकरियां खतरे में पड़ेंगी। ऑप्टिमस अभी शुरुआती स्टेज में है—हैंड्स जैसी चुनौतियां बाकी हैं, और मास प्रोडक्शन 20,000-30,000 डॉलर प्रति यूनिट पर निर्भर। UHI के लिए वैश्विक नीतियां बदलनी होंगी, जैसे रोबोट टैक्स, जो अभी बहस का विषय है। मस्क खुद मानते हैं, ‘ट्रॉमा और डिसरप्शन आएगा’। फिर भी, xAI और स्पेसएक्स के साथ, वे सोलर-पावर्ड AI सैटेलाइट्स की बात कर रहे हैं, जो अर्थव्यवस्था को 100 गुना बढ़ा सकते हैं। अगर सफल हुआ, तो यह मानव इतिहास का सबसे बड़ा बदलाव होगा—अपराध से लेकर जलवायु तक सब सुलझेगा। लेकिन क्या सरकारें और समाज तैयार हैं? मस्क का आशावाद ‘पाथोलॉजिकल’ है, पर यह बहस छेड़ रहा है: AI से यूटोपिया या डिस्टोपिया? आने वाले वर्ष रोबोट्स और UHI की परीक्षा लेंगे, जो दुनिया को नया चेहरा देंगे।