बुखार में आते हैं डरावने सपने: फीवर ड्रीम्स क्यों होते हैं और कैसे निपटें?
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर 2025: बीमारी का दौर मुश्किल होता है—नाक बहना, छींकें, बदन दर्द और बुखार रोजमर्रा को परेशान कर देते हैं। लेकिन रात में सोने पर एक नई चुनौती: फीवर ड्रीम्स। ये सपने इतने जीवंत, डरावने या भावुक होते हैं कि नींद टूट जाती है और बेचैनी बढ़ जाती है। अध्ययन बताते हैं कि 94% लोग इन्हें नेगेटिव मानते हैं। लेकिन बुखार में सपने इतने विचित्र क्यों हो जाते हैं? आइए, तीन हिस्सों में फीवर ड्रीम्स की वजह, लक्षण और उपाय समझते हैं।
फीवर ड्रीम्स क्या हैं और क्यों आते हैं?
फीवर ड्रीम्स तब होते हैं जब बुखार से शरीर का तापमान सामान्य से ऊपर चला जाता है। सामान्य सपने REM (रैपिड आई मूवमेंट) स्टेज में आते हैं, जहां आंखें तेजी से घूमती हैं और सपने जीवंत लगते हैं। लेकिन बुखार ब्रेन की गतिविधि बदल देता है—तापमान बढ़ने से मस्तिष्क ओवरहीट हो जाता है। ‘ओवरहीटेड ब्रेन थ्योरी’ के अनुसार, इससे सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होती है। REM स्टेज में तापमान पहले से असंतुलित रहता है, बुखार इसे और बढ़ा देता है। नतीजा: सपने विचित्र, इमोशनल और डरावने हो जाते हैं। अध्ययन में 94% लोगों ने इन्हें परेशान करने वाला बताया। मस्तिष्क यादें और भावनाएं अलग तरह से प्रोसेस करता है, जिससे सपने सामान्य से ज्यादा तीव्र लगते हैं।
फीवर ड्रीम्स के विचित्र लक्षण
बुखार में सपने अजीब और डरावने क्यों लगते हैं? ब्रेन हीट से इमोशन सेंटर (एमिग्डाला) ज्यादा एक्टिव हो जाता है, जबकि लॉजिकल पार्ट (प्रिफ्रंटल कॉर्टेक्स) सुस्त पड़ता है। आम लक्षण: दीवारें हिलती हुईं, विशाल कीड़े, अंधेरा फैलता हुआ, अजीब आकार के जीव या भावुक दृश्य। कुछ को उड़ना, गिरना या पीछा किया जाना महसूस होता है। ये सपने इतने सच जैसे लगते हैं कि जागने पर उलझन या डर रह जाता है। बुखार जितना तेज, सपने उतने इंटेंस। यह शरीर की लड़ाई का हिस्सा है—इम्यून सिस्टम वायरस से जूझता है, ब्रेन तापमान कंट्रोल करने में व्यस्त रहता है। फीवर ड्रीम्स नींद की क्वालिटी घटाते हैं, जिससे रिकवरी धीमी हो सकती है।
फीवर ड्रीम्स से निपटने के आसान उपाय
इन्हें पूरी तरह रोकना मुश्किल है, लेकिन कम जरूर किए जा सकते हैं। सबसे पहले, बुखार कंट्रोल करें—डॉक्टर की सलाह पर पैरासिटामॉल लें। खूब पानी पिएं, हाइड्रेशन ब्रेन तापमान संतुलित रखता है। कमरे को ठंडा और आरामदायक रखें—पंखा या कूलर यूज करें। सोने से पहले गहरी सांस, मेडिटेशन या हल्की स्ट्रेचिंग करें, जो तनाव कम करती है। हल्का, पौष्टिक भोजन लें—सूप, फल या दही। स्क्रीन टाइम अवॉइड करें, क्योंकि ब्लू लाइट REM स्टेज प्रभावित करती है। अगर सपने बार-बार परेशान करें, तो डॉक्टर से बात करें—यह किसी गंभीर इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। ये उपाय न केवल फीवर ड्रीम्स कम करेंगे, बल्कि रिकवरी तेज करेंगे।