जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर: आक्रामक बीमारी का इलाज, रेडिएशन और हार्मोन थेरेपी जारी
वाशिंगटन, 12 अक्टूबर 2025: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रोस्टेट कैंसर के दर्द से जूझ रहे हैं, जिसका इलाज रेडिएशन और हार्मोन थेरेपी से चल रहा है। 82 वर्षीय बाइडेन को मई में इस आक्रामक बीमारी का पता चला, जो हड्डियों तक फैल चुकी थी। राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद उनकी सेहत ने राजनीतिक बहस छेड़ी, लेकिन अब वे चुपचाप इलाज करा रहे हैं। एक सहयोगी ने शनिवार को पुष्टि की कि थेरेपी जारी है। ग्लीसन स्कोर 9 वाली यह बीमारी चिंताजनक है, फिर भी विशेषज्ञों का मानना है कि आधुनिक उपचार से प्रबंधन संभव है। क्या बाइडेन इस लड़ाई में जीत हासिल करेंगे? आइए, इस स्वास्थ्य संकट के प्रमुख पहलुओं को विस्तार से समझते हैं।
बीमारी का पता: मई में फैला कैंसर, ग्लीसन स्कोर 9 की चिंता
जो बाइडेन को मई 2025 में प्रोस्टेट कैंसर का निदान हुआ, जब मूत्र संबंधी लक्षणों की जांच कराई गई। उनके कार्यालय ने घोषणा की कि यह आक्रामक रूप (ग्लीसन स्कोर 9, ग्रेड ग्रुप 5) है, जो हड्डियों तक फैल चुका है। ग्लीसन स्कोर 6-10 के बीच होता है, जहां 8-10 सबसे खतरनाक श्रेणी में आते हैं। बाइडेन के मामले में यह हार्मोन-संवेदनशील है, जो उपचार को आसान बनाता है। मई में बीबीसी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हम इसे हरा देंगे।’ राष्ट्रपति पद जनवरी में छोड़ने के बाद उनकी सार्वजनिक उपस्थिति कम हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि उम्र बढ़ने के साथ जोखिम बढ़ता है—सीडीसी के अनुसार, 100 में से 13 पुरुषों को यह हो सकता है। बाइडेन के बेटे बो की 2015 में ब्रेन कैंसर से मौत ने उन्हें कैंसर जागरूकता का चैंपियन बनाया था।
इलाज की प्रक्रिया: रेडिएशन और हार्मोन थेरेपी से लड़ाई
बाइडेन वर्तमान में रेडिएशन थेरेपी और हार्मोन ट्रीटमेंट ले रहे हैं, जो पांच सप्ताह तक चलेगी। सहयोगी केली स्कली ने कहा, ‘यह उपचार योजना का हिस्सा है।’ रेडिएशन कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करता है, जबकि हार्मोन थेरेपी टेस्टोस्टेरोन को दबाकर विकास रोकती है। मेटास्टेटिक प्रोस्टेट कैंसर में यह संयोजन प्रभावी साबित होता है, और विशेषज्ञों के अनुसार, मरीज वर्षों तक जीवित रह सकते हैं। सितंबर में बाइडेन ने माथे से स्किन कैंसर के घाव हटवाए, जो 2023 में भी हुआ था। 2023 के राष्ट्रपति काल में छाती से कैंसर हटाया गया था। राजनीतिक जीवन में कैंसर से जुड़ी चुनौतियों ने उन्हें 2024 चुनाव से हटने पर मजबूर किया, जहां कमला हैरिस को ट्रंप ने हराया। बाइडेन अब डेलावेयर में रहते हैं, लेकिन आगामी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
प्रोस्टेट कैंसर की समझ: पुरुषों में आम खतरा, शुरुआती जांच जरूरी
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो मूत्राशय के नीचे स्थित प्रोस्टेट ग्रंथि से शुरू होता है। यह वीर्य में तरल प्रदान करने वाली ग्रंथि की कोशिकाओं के असामान्य विकास से होता है। शुरुआत में लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन उन्नत अवस्था में मूत्र समस्या, दर्द या हड्डियों में फैलाव होता है। एनआईएच के अनुसार, 2025 में 3.13 लाख नए मामले होंगे। ग्लीसन स्कोर माइक्रोस्कोप से आक्रामकता मापता है—बाइडेन का 9 स्कोर उच्च जोखिम दर्शाता है। रोकथाम के लिए 50+ उम्र के पुरुषों को पीएसए टेस्ट कराना चाहिए। बाइडेन की स्थिति ने जागरूकता बढ़ाई है, जहां उपचार से उत्तरजीविता दर 98% तक है। डॉक्टरों का कहना है कि मेटास्टेटिक मामलों में भी कीमोथेरेपी जोड़कर प्रबंधन संभव है। यह बीमारी बाइडेन के लिए निजी लड़ाई है, जो कैंसर अनुसंधान को प्रोत्साहित करती रहेगी।