• October 20, 2025

‘कफ सिरप कांड: तमिलनाडु पर निशाना, राहुल पर तंज’

नागपुर, 10 अक्टूबर 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तमिलनाडु में बने जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत पर गहरा रोष जताया है। छिंदवाड़ा और बैतूल में 25 मासूमों की जान जा चुकी है, जबकि कई की किडनी खराब हुई। नागपुर पहुंचे यादव ने तमिलनाडु सरकार पर सहयोग न करने का आरोप लगाया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वे तमिलनाडु जाकर वहां की सरकार के खिलाफ धरना दें। मध्य प्रदेश पुलिस ने कंपनी डायरेक्टर को गिरफ्तार किया, लेकिन मामला अब राजनीतिक रंग ले रहा है। यह त्रासदी दवा नियंत्रण की खामियों को उजागर कर रही है। आइए, इस संवेदनशील मामले की पूरी कहानी जानते हैं।

बच्चों की मौत का सिलसिला: मध्य प्रदेश में हड़कंप

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और बैतूल में तमिलनाडु की श्रीसन फार्मा द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप ने 25 बच्चों की जिंदगी छीन ली। यह सिरप किडनी फेलियर का कारण बना, जिससे कई बच्चे नागपुर के एम्स और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव नागपुर पहुंचे और पीड़ित बच्चों से मिले। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग में गंभीर लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। मध्य प्रदेश ने सिरप पर बैन लगा दिया और रैंडम सैंपलिंग में खामियां पाए जाने पर ड्रग कंट्रोलर और असिस्टेंट कंट्रोलर को हटाया। दवा लिखने वाले डॉक्टरों पर भी कार्रवाई हुई। यह घटना दवा नियंत्रण प्रणाली पर सवाल उठा रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने बाजार से सिरप का स्टॉक जब्त करने का अभियान शुरू किया, और जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई। यह त्रासदी पूरे देश में दवा सुरक्षा पर बहस छेड़ रही है।

तमिलनाडु पर आरोप: सहयोग की कमी से विवाद

मोहन यादव ने तमिलनाडु सरकार पर जांच में सहयोग न करने का गंभीर आरोप लगाया। मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई में कंपनी डायरेक्टर को गिरफ्तार किया और कांचीपुरम की फैक्ट्री से दस्तावेज जब्त किए। यादव ने कहा कि तमिलनाडु को दवा कंपनियों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए थी। “फैक्ट्री को लाइसेंस कैसे मिला? नवीनीकरण कैसे हुआ?” उन्होंने सवाल उठाए। मध्य प्रदेश ने सिरप पर तत्काल बैन लगाया और अन्य राज्यों को भी ऐसा करने को कहा। तमिलनाडु ने फैक्ट्री सील की, लेकिन यादव के मुताबिक सहयोग की कमी से जांच में देरी हो रही है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और घायल बच्चों के इलाज को प्राथमिकता दी। यह विवाद अब अंतरराज्यीय स्तर पर पहुंच गया है, जहां मध्य प्रदेश की कार्रवाई अन्य राज्यों के लिए मिसाल बन रही है, लेकिन तमिलनाडु की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।

राहुल गांधी पर तंज: सियासी रंग में रंगा मामला

मुख्यमंत्री यादव ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस के मित्र तमिलनाडु जाएं और वहां धरना दें। राहुल गांधी जाकर देखें कि एक छोटी जगह में इतनी बड़ी फैक्ट्री कैसे बनी।” उन्होंने कांग्रेस पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया, क्योंकि तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन की सरकार है। कांग्रेस ने जवाब में मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और मृतकों के परिवारों के लिए 1-1 करोड़ मुआवजे की मांग की। कमलनाथ ने कहा कि सरकार की संवेदनाएं मर चुकी हैं। यह बयानबाजी मामले को सियासी रंग दे रही है। यादव ने दोहराया कि उनकी सरकार मानवीय और प्रशासनिक स्तर पर कठोर कार्रवाई कर रही है। यह विवाद दवा सुरक्षा और अंतरराज्यीय सहयोग पर राष्ट्रीय बहस छेड़ सकता है। मध्य प्रदेश की कार्रवाई जहां जवाबदेही को दर्शाती है, वहीं विपक्ष इसे राजनीतिक मौके के रूप में देख रहा है।
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Rama Niwash Pandey

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