क्या 45 मिनट में दिल्ली-मेरठ का सफर आपका नया रोजमर्रा बनेगा? बेगमपुल स्टेशन से नमो भारत की नई उड़ान!
मेरठ, 4 अक्टूबर 2025: कल्पना कीजिए, सुबह की चाय के साथ दिल्ली का ऑफिस छोड़कर मेरठ घर पहुंचना—बिना ट्रैफिक की मार के? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही नमो भारत रैपिड रेल और मेरठ मेट्रो का उद्घाटन करेंगे, जहां बेगमपुल स्टेशन इसकी धड़कन बनेगा। 82 किमी के कॉरिडोर पर दौड़ेगी तेज रेल, जो ट्रायल के बाद जनता के लिए खुल जाएगी। लेकिन क्या यह सिर्फ सफर का क्रांति है, या वेस्ट यूपी के विकास का नया अध्याय? सीएम योगी के साथ पीएम का सफर राजनीतिक रूप से भी खास, खासकर शताब्दीनगर से। आइए, जानें इस स्टेशन की खासियतें और परियोजना का जादू, जो लाखों यात्रियों को नई जिंदगी देगा।
भूमिगत चमत्कार, जहां रैपिड और मेट्रो का संगम
मेरठ का बेगमपुल स्टेशन पूरे दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का सबसे भव्य रत्न है, जो 70 फीट गहराई और 250 मीटर लंबाई के साथ पूरी तरह भूमिगत बना है। चार एंट्री-एग्जिट गेट्स से सुगम पहुंच, 500 वाहनों की पार्किंग और आधुनिक सुविधाओं से लैस—यह स्टेशन यात्रियों को दिल्ली के व्यस्त जीवन से जोड़ेगा। यहां नमो भारत रैपिड रेल और मेरठ मेट्रो का इंटरचेंज पॉइंट है, जहां एक ही प्लेटफॉर्म से दोनों सेवाओं का लाभ मिलेगा। कुल 23 किमी लंबे मेट्रो कॉरिडोर में 13 स्टेशन हैं, जिनमें 18 किमी एलिवेटेड और 5 किमी भूमिगत—मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपुल जैसे। चार कॉमन स्टेशन—मेरठ साउथ, शताब्दीनगर, बेगमपुल और मोदीपुरम—पर दोनों सिस्टम एकीकृत होंगे। निर्माण कार्य लगभग पूरा, केवल फिनिशिंग बाकी।
82 किमी कॉरिडोर, 45 मिनट का जादू
दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक फैला 82 किमी का यह कॉरिडोर रैपिड रेल को नई ऊंचाइयां देगा। ट्रायल सफल हो चुके—दिल्ली से मेरठ साउथ तक की टेस्टिंग पूरी, अब पूरी लाइन जनता के हवाले। 16 स्टेशन रैपिड रेल के, प्लस 9 अतिरिक्त मेट्रो के, जो NCR को जोड़ेंगे। नमो भारत ट्रेनें 180 किमी/घंटा तक स्पीड पकड़ेंगी, दिल्ली-मेरठ को महज 45 मिनट में सिकोड़ देंगी। इससे ट्रैफिक का बोझ कम, कार्बन उत्सर्जन घटेगा और लाखों यात्री सुरक्षित सफर करेंगे। उद्घाटन में पीएम मोदी सराय काले खां से सवार होकर मोदीपुरम तक जाएंगे, सीएम योगी संग। यह परियोजना वेस्ट यूपी के विकास को गति देगी, रोजगार बढ़ाएगी और कनेक्टिविटी मजबूत करेगी।
महिलाओं से दिव्यांगों तक, हर कोने पर स्मार्ट टच
नमो भारत में यात्री पहले हैं—महिलाओं के लिए रिजर्व्ड कोच, दिव्यांगों और मरीजों के लिए स्ट्रेचर स्पेस वाली लिफ्टें, हर तरफ CCTV, एस्केलेटर, लिफ्ट और डिजिटल डिस्प्ले। बेगमपुल पर कारिडोर डिजाइन से रैपिड और मेट्रो का एकीकरण आसान, बिना इंतजार के ट्रांसफर। टिकटिंग स्मार्ट कार्ड से, ऐप बुकिंग तक—सब कुछ डिजिटल। यह न सिर्फ तेज, बल्कि सुरक्षित और आरामदायक होगा, जहां दिल्ली का ट्रैफिक जाम इतिहास बन जाएगा। राजनीतिक रूप से भी खास—शताब्दीनगर वह जगह जहां 2014 में मोदी ने चुनावी शुरुआत की। दीपावली से पहले यह उपहार वेस्ट यूपी को मिलेगा, विकास का नया द्वार खोलेगा।