एशिया कप 2025: पाकिस्तानी टीम की एक गलती से 141 करोड़ का भारी नुकसान, दो और बड़े झटके भी होंगे
दुबई: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच का मैच हमेशा से ही रोमांचक रहा है। लेकिन इस बार का मुकाबला कुछ खास वजहों से सुर्खियों में है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने एक गलती कर ली है, जो उन्हें बहुत महंगी पड़ सकती है। अगर पाकिस्तानी टीम एशिया कप से बाहर हो गई, तो उन्हें करीब 141 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। इसके अलावा, दो और बड़े नुकसान भी होंगे – एक खिलाड़ियों के करियर पर असर और दूसरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पाकिस्तान की साख पर बट्टा। यह सब कुछ एक छोटी सी घटना से शुरू हुआ, जो हाथ मिलाने (हैंडशेक) की रस्म से जुड़ी थी। आइए, इस पूरी घटना को सरल भाषा में समझते हैं।मैच के दौरान क्या हुआ?एशिया कप 2025 ग्रुप स्टेज का भारत बनाम पाकिस्तान मैच 14 सितंबर को दुबई में खेला गया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 250 रन का स्कोर बनाया। लेकिन भारत की मजबूत गेंदबाजी ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हरा दिया। मैच के बाद जो हुआ, वह विवाद का कारण बना। आमतौर पर क्रिकेट मैच खत्म होने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे से हाथ मिलाते हैं। यह क्रिकेट की परंपरा है, जो खेल भावना को दर्शाती है। लेकिन इस बार भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानी टीम से हाथ मिलाए बिना ही मैदान से चले गए।पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने बाद में कहा कि यह अपमानजनक था। पीसीबी ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया। उनका कहना था कि मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को सलाह दी थी कि हाथ न मिलाएं। पीसीबी ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को शिकायत की और मांग की कि पाइक्रॉफ्ट को पूरे टूर्नामेंट से हटा दिया जाए।
अगर ऐसा न हुआ, तो पाकिस्तान एशिया कप से बाहर हो जाएगा। यह धमकी सोमवार को दी गई।आईसीसी का जवाब और पीसीबी की फजीहतआईसीसी ने मंगलवार को पीसीबी की मांग ठुकरा दी। उन्होंने कहा कि पाइक्रॉफ्ट सही थे और कोई गलती नहीं हुई। अब पाकिस्तान का अगला मैच 17 सितंबर को यूएई के खिलाफ है, और पाइक्रॉफ्ट ही रेफरी रहेंगे। पीसीबी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद्द कर दी, क्योंकि उन्हें सवालों का सामना नहीं करना था। लेकिन अब सच्चाई सामने आ रही है। पीसीबी की यह धमकी सिर्फ हवा में उड़ गई। क्यों? क्योंकि बाहर होने का मतलब है भारी नुकसान।पहला बड़ा नुकसान: 141 करोड़ रुपये की कमाई पर पानीएशिया कप एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) का आयोजन है। इस टूर्नामेंट से हर बोर्ड को हिसाब-किताब के तहत पैसे मिलते हैं। सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया ने एसीसी के साथ 2024 से 2031 तक का 8 साल का डील साइन किया है, जो 170 मिलियन डॉलर (करीब 1496 करोड़ रुपये) का है। इसमें ब्रॉडकास्टिंग राइट्स, स्पॉन्सरशिप और टिकट बिक्री का पैसा शामिल है।पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर पाकिस्तान एशिया कप से हट जाता, तो पीसीबी को 12 से 16 मिलियन डॉलर (करीब 105 से 141 करोड़ रुपये) का नुकसान होता। यह पैसा टूर्नामेंट की कमाई, टीवी राइट्स और स्पॉन्सरों से आता है। पाकिस्तान क्रिकेट पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। मोहसिन नकवी, जो पीसीबी चीफ और एसीसी चेयरमैन हैं, पर अब दबाव है। अगर यह नुकसान हुआ, तो बोर्ड की जेब पर गहरा चोट लगेगी। खिलाड़ियों के सैलरी, ट्रेनिंग कैंप और घरेलू क्रिकेट के लिए भी पैसे कम पड़ जाएंगे।सोचिए, इतने पैसे का क्या मतलब है? पाकिस्तान की क्रिकेट टीम को सालाना कई करोड़ रुपये की जरूरत होती है।
यह नुकसान बोर्ड को दिवालिया बना सकता है। एसीसी के नियमों के मुताबिक, कोई टीम बिना वजह बाहर नहीं हो सकती। अगर ऐसा किया, तो आईसीसी और एसीसी दोनों से जुर्माना लगेगा। पीसीबी ने पहले ही कई बार वित्तीय संकट का सामना किया है, जैसे 2023 में एशिया कप को लेकर विवाद। अब यह गलती उन्हें और पीछे धकेल देगी।दूसरा नुकसान: खिलाड़ियों के करियर पर असरएशिया कप सिर्फ पैसे का खेल नहीं है। यह खिलाड़ियों के लिए बड़ा मौका है। टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने से आईसीसी रैंकिंग सुधरती है। पाकिस्तानी खिलाड़ी जैसे बाबर आजम, शाहीन अफरीदी और सलमान अली आगा को यहां से फायदा होता है। अगर टीम बाहर हो गई, तो ये खिलाड़ी आईपीएल या अन्य लीग में स्पॉट खो सकते हैं। आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ी तो खेलते ही नहीं, लेकिन अन्य लीग्स जैसे बीबीएल या पीएसएल पर असर पड़ता है।इसके अलावा, टीम का मनोबल टूटेगा। कप्तान सलमान अली आगा ने कहा कि टीम तैयार है, लेकिन विवाद से फोकस बिगड़ सकता है। युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिलना चाहिए। बाहर होने से वे चैंपियंस ट्रॉफी या वर्ल्ड कप की तैयारी नहीं कर पाएंगे। पाकिस्तान की टीम पहले से ही संघर्ष कर रही है। भारत से हार के बाद अगर वे यूएई मैच भी मिस कर दें, तो पूरे टूर्नामेंट का नुकसान हो जाएगा। खिलाड़ियों के कॉन्ट्रैक्ट पर भी खतरा है। पीसीबी अगर पैसे बचाने में लगी रही, तो सैलरी कटौती हो सकती है। यह उनके करियर को लंबे समय तक प्रभावित करेगा।
तीसरा नुकसान: अंतरराष्ट्रीय साख पर बट्टाक्रिकेट में खेल भावना सबसे ऊपर है। पीसीबी की यह धमकी आईसीसी और एसीसी को बुरा लगा। मोहसिन नकवी पर सवाल उठ रहे हैं। वे एसीसी चेयरमैन हैं, लेकिन अपनी बोर्ड की वजह से बदनाम हो रहे हैं। अगर पाकिस्तान बाहर होता, तो एसीसी के अन्य सदस्य जैसे भारत (बीसीसीआई), श्रीलंका और बांग्लादेश नाराज हो जाते। इससे पाकिस्तान को भविष्य के टूर्नामेंट्स में जगह मिलना मुश्किल हो जाता।आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के खिलाफ जाना पाकिस्तान की इमेज खराब करता है। दुनिया भर में क्रिकेट फैंस सोचेंगे कि पाकिस्तान छोटी बातों पर विवाद करता है। भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा राजनीति से जुड़े रहते हैं, लेकिन क्रिकेट को इससे अलग रखना चाहिए। अब पीसीबी चुप्पी साध ली है, लेकिन नुकसान हो चुका है। एसीसी दबाव डाल रही है कि पाकिस्तान खेलें, वरना सजा मिलेगी।क्या होगा आगे?आज 17 सितंबर को पाकिस्तान का यूएई के खिलाफ मैच है। पीसीबी ने कहा है कि वे खेलेंगे, लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ। एशिया कप के सेमीफाइनल और फाइनल में पाकिस्तान की राह मुश्किल है। भारत पहले ही मजबूत दिख रहा है। फैंस को उम्मीद है कि क्रिकेट पर फोकस रहे। पीसीबी को सबक लेना चाहिए – जल्दबाजी में धमकी देना महंगा पड़ता है।इस घटना से साफ है कि क्रिकेट एक टीम गेम है। एक गलती पूरे बोर्ड, खिलाड़ियों और देश की साख को प्रभावित करती है। उम्मीद है कि आने वाले मैचों में सब कुछ ठीक रहेगा। एशिया कप 2025 अभी जारी है, और फैंस रोमांच का इंतजार कर रहे हैं।
