शेयर बाजार में गिरावट: 8 दिनों की रिकवरी रुकी, बैंक निफ्टी ने फिर भी मजबूती दिखाई, ये 10 शेयर हुए लाल
नई दिल्ली, 15 सितंबर 2025: भारतीय शेयर बाजार ने आज एक लंबे समय के बाद गिरावट का सामना किया। पिछले 8 दिनों से लगातार बढ़ते सेंसेक्स और निफ्टी ने आज ब्रेक लिया और नीचे बंद हुए। लेकिन बैंकिंग सेक्टर ने निराश नहीं किया। बैंक निफ्टी इंडेक्स में मामूली बढ़त बनी रही, जो निवेशकों को थोड़ी राहत दे गई। बाजार में कुल कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव देखा गया, लेकिन कुछ सेक्टरों की कमजोरी ने समग्र बाजार को नीचे खींच लिया। आज के कारोबार में NSE पर 10 बड़े शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जिनमें ऑटो, एफएमसीजी और मेटल सेक्टर के नाम शामिल हैं।
आइए, इसकी पूरी जानकारी सरल भाषा में समझते हैं।बाजार की आज की तस्वीरआज सुबह बाजार फ्लैट खुला था। गिफ्ट निफ्टी के संकेतों से लगा कि कारोबार स्थिर रहेगा, लेकिन दोपहर होते-होते बिकवाली का दबाव बढ़ गया। NSE का निफ्टी 50 इंडेक्स 25,114 के स्तर से 0.43% गिरकर 25,000 के आसपास बंद हुआ। इसमें करीब 108 अंकों की कमी आई। इसी तरह, BSE का सेंसेक्स 80,787 के स्तर पर पहुंचा, जो पिछले बंद से 76 अंकों नीचे था। यह गिरावट मुख्य रूप से वैश्विक संकेतों, अमेरिकी फेड रिजर्व की ब्याज दरों की अनिश्चितता और घरेलू मुद्रास्फीति के आंकड़ों से प्रभावित हुई।वहीं, बैंक निफ्टी ने बाजार को संभाल लिया। यह इंडेक्स 54,809 के स्तर पर 0.26% की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसमें 139.7 अंकों का इजाफा देखा गया। एक्सिस बैंक (1.65% ऊपर) और ICICI बैंक (1.15% ऊपर) जैसे बड़े बैंकिंग शेयरों ने इस बढ़त को सपोर्ट दिया। कुल मिलाकर, 12 में से सिर्फ 3 बैंकिंग शेयर गिरे, बाकी ज्यादातर हरे निशान में रहे। विशेषज्ञों का कहना है कि बैंकिंग सेक्टर की मजबूती आर्थिक रिकवरी के संकेत दे रही है, क्योंकि लोन की मांग बढ़ रही है और एनपीए (खराब लोन) में कमी आ रही है।बाजार में कुल टर्नओवर करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये रहा, जो सामान्य से थोड़ा कम था। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) ने आज 500 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जबकि घरेलू निवेशक (DII) ने 800 करोड़ रुपये की खरीदारी कर बाजार को सहारा दिया।
रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले 88.26 पर स्थिर रही।वैश्विक बाजार का असरदुनिया भर के बाजारों का मूड भी मिश्रित था। अमेरिकी बाजारों में डाउ जोंस और नैस्डैक में हल्की गिरावट देखी गई, क्योंकि फेड रिजर्व की मीटिंग से पहले निवेशक सतर्क हो गए। एशियाई बाजारों में निक्केई और हैंगसेंग फ्लैट रहे, लेकिन यूरोपीय बाजारों में पॉजिटिव शुरुआत हुई। भारत में यह गिरावट पिछले 8 दिनों की तेजी को रोकने वाली पहली घटना है। विशेषज्ञ बताते हैं कि अगस्त-सितंबर में मौसमी कमजोरी आती है, लेकिन दीर्घकालिक ट्रेंड अभी भी ऊपर की ओर है।गिरावट वाले सेक्टर और शेयरआज बाजार में ऑटो, एफएमसीजी और मेटल सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इन सेक्टरों में बिकवाली का दबाव रहा, क्योंकि कच्चे माल की कीमतें बढ़ रही हैं और मांग में सुस्ती के संकेत मिल रहे हैं। IT सेक्टर में भी हल्की गिरावट आई, हालांकि कुछ शेयरों ने होल्ड किया। रियल्टी और फार्मा सेक्टर स्थिर रहे।NSE पर टॉप 10 लूजर्स (गिरावट वाले शेयर) इस प्रकार रहे। ये शेयर 1% से 3% तक नीचे बंद हुए:
ये शेयर कुल बाजार की गिरावट के मुख्य कारण बने। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि इनमें शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग से बचें और फंडामेंटल्स चेक करें।बैंक निफ्टी की मजबूती क्यों बनी रही?बैंक निफ्टी की बढ़त एक सकारात्मक संकेत है। पिछले कुछ दिनों से बैंकिंग शेयरों में निवेश बढ़ा है, क्योंकि RBI की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें हैं। फरवरी 2026 तक दरें कम हो सकती हैं, जो लोन सस्ता बनाएगी। एक्सिस बैंक और ICICI बैंक जैसे प्राइवेट बैंक मजबूत कमाई दिखा रहे हैं। पब्लिक सेक्टर बैंक जैसे SBI थोड़े पीछे रहे, लेकिन कुल मिलाकर सेक्टर हेल्दी है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि बैंक निफ्टी अगले हफ्ते 55,000 के ऊपर जा सकता है, अगर वैश्विक संकेत अच्छे रहें।निवेशकों के लिए सलाहआज की गिरावट से घबराने की जरूरत नहीं। बाजार में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक है। लॉन्ग-टर्म निवेशक बैंकिंग, IT और डिफेंस स्टॉक्स पर फोकस करें। शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को सपोर्ट लेवल (निफ्टी 24,800) और रेजिस्टेंस (25,200) पर नजर रखनी चाहिए। फेस्टिवल सीजन नजदीक है, जिससे कंज्यूमर गुड्स में तेजी आ सकती है। हमेशा डाइवर्सिफाई करें और रिस्क मैनेजमेंट करें। SEBI के नियमों का पालन करें और किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
