पंजाब में बाढ़ पीड़ितों के बीच राहुल गांधी: गुरदासपुर में किसानों से मुलाकात, ट्रैक्टर चलाकर दिखाया समर्थन
15 सितम्बर 2025 , लखनऊ :पंजाब में बाढ़ पीड़ितों के बीच राहुल गांधी: गुरदासपुर में किसानों से मुलाकात, ट्रैक्टर चलाकर दिखाया समर्थनपंजाब में हाल ही में आई बाढ़ ने कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है। फसलों के नुकसान, घरों में पानी भरने और लोगों के बेघर होने की खबरों ने पूरे देश का ध्यान खींचा। इस मुश्किल घड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने गुरदासपुर में बाढ़ पीड़ित किसानों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और उनके साथ एकजुटता दिखाने के लिए ट्रैक्टर भी चलाया। इस दौरे के दौरान राहुल गांधी ने न केवल प्रभावित लोगों का दुख-दर्द समझा, बल्कि सरकार से तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग भी उठाई।बाढ़ ने मचाई तबाहीपंजाब, जो भारत का अन्न भंडार कहलाता है, इस बार भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में आ गया। गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर और अन्य कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ने से खेतों में पानी भर गया। धान, गेहूं और अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ। कई किसानों की मेहनत पानी में बह गई, और उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया।
इसके अलावा, कई गांवों में घर ढह गए, सड़कें टूट गईं और बिजली-पानी की व्यवस्था चरमरा गई।ऐसे में राहुल गांधी का यह दौरा बाढ़ पीड़ितों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर आया। उन्होंने गुरदासपुर के कई गांवों का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों और किसानों से सीधे बात की। उनके इस दौरे का मकसद न केवल लोगों की समस्याएं सुनना था, बल्कि केंद्र और राज्य सरकारों का ध्यान इस संकट की ओर खींचना भी था।गुरदासपुर में राहुल गांधी का दौराराहुल गांधी ने अपने दौरे की शुरुआत गुरदासपुर के उन गांवों से की, जो बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। गांवों में पहुंचते ही उन्होंने देखा कि खेतों में पानी भरा हुआ है, और किसानों के चेहरों पर निराशा साफ झलक रही थी। उन्होंने किसानों से उनकी फसलों के नुकसान, बीमा दावों और सरकारी सहायता के बारे में विस्तार से बात की।राहुल गांधी ने एक किसान, हरजिंदर सिंह, से बात की, जिन्होंने बताया कि उनकी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। हरजिंदर ने कहा, “हमने दिन-रात मेहनत की, लेकिन बाढ़ ने सब कुछ छीन लिया। सरकार की तरफ से अभी तक कोई ठोस मदद नहीं मिली।
” राहुल गांधी ने उनकी बात ध्यान से सुनी और आश्वासन दिया कि वह उनकी समस्याओं को संसद में उठाएंगे।ट्रैक्टर चलाकर दिखाई एकजुटताराहुल गांधी ने इस दौरे के दौरान एक अनोखा कदम उठाया। उन्होंने किसानों के साथ खेतों में जाकर एक ट्रैक्टर चलाया। यह नजारा देखकर वहां मौजूद लोग उत्साहित हो गए। ट्रैक्टर चलाने का उनका यह कदम केवल एक प्रतीकात्मक इशारा नहीं था, बल्कि यह दिखाने का प्रयास था कि वह किसानों के संघर्ष को समझते हैं और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।स्थानीय किसान सुखविंदर कौर ने कहा, “राहुल जी का हमारे बीच आना और ट्रैक्टर चलाना हमें बहुत अच्छा लगा। इससे हमें लगता है कि कोई तो है जो हमारी परेशानियों को समझता है।” राहुल गांधी ने इस दौरान किसानों से अपील की कि वे हिम्मत न हारें और एकजुट होकर अपनी मांगें सरकार के सामने रखें।सरकार से राहत की मांगराहुल गांधी ने अपने दौरे के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों से बाढ़ पीड़ितों के लिए तत्काल राहत पैकेज की मांग की। उन्होंने कहा, “पंजाब के किसान देश की रीढ़ हैं। उनकी मेहनत से ही हमारा देश आत्मनिर्भर है। लेकिन आज जब वे संकट में हैं, तो सरकार को उनकी मदद के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए।”उन्होंने मांग की कि बाढ़ प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाए, फसल बीमा की प्रक्रिया को सरल किया जाए और प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल किया जाए।
इसके अलावा, उन्होंने बाढ़ से बचाव के लिए दीर्घकालिक योजनाओं की भी बात की। राहुल गांधी ने कहा, “हर साल बाढ़ आती है, और हर साल किसान परेशान होते हैं। हमें ऐसी नीतियां बनानी होंगी जो भविष्य में इस तरह की तबाही को रोक सकें।”स्थानीय नेताओं का साथइस दौरे में राहुल गांधी के साथ पंजाब कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और अन्य स्थानीय नेताओं ने राहुल गांधी के साथ मिलकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी मुलाकात की और राहत कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी ली।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा, “राहुल गांधी का यह दौरा हमारे लिए बहुत मायने रखता है। वे न केवल हमारे नेता हैं, बल्कि किसानों और आम लोगों के सच्चे हितैषी भी हैं। उनकी मौजूदगी से हमें और ताकत मिली है।”लोगों में जगी उम्मीदराहुल गांधी के इस दौरे से बाढ़ प्रभावित लोगों में एक नई उम्मीद जगी है। कई गांववासियों ने कहा कि लंबे समय बाद कोई बड़ा नेता उनके बीच आया और उनकी समस्याएं सुनीं। एक बुजुर्ग किसान, बलदेव सिंह, ने कहा, “हमारी बात सुनने वाला कोई नहीं था। राहुल जी ने न केवल हमारी बात सुनी, बल्कि हमें भरोसा भी दिया कि हमारी आवाज संसद तक पहुंचेगी।”इस दौरे के दौरान राहुल गांधी ने न केवल किसानों से बात की, बल्कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात की। उन्होंने उन लोगों से बात की जिनके घर बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए थे। उन्होंने बच्चों और महिलाओं से भी बात की और उनकी जरूरतों को समझा।भविष्य की राहराहुल गांधी ने अपने दौरे के अंत में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “पंजाब के लोग मेहनती और हिम्मत वाले हैं। मैं आपके साथ हूं और आपकी हर लड़ाई में साथ दूंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेगी।उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए एक विशेष राहत पैकेज की घोषणा करे। साथ ही, उन्होंने पंजाब सरकार से अनुरोध किया कि वह स्थानीय स्तर पर राहत कार्यों को तेज करे और प्रभावित लोगों को तुरंत मदद पहुंचाए।
