प्रयागराज में चक्काजाम करने वाले 133 पर FIR: सोनार की हत्या के बाद रोड जाम, 3 एंबुलेंस फंसीं
लखनऊ/ 18 अगस्त 2025: प्रयागराज के मांडा थाना क्षेत्र में एक सोनार की हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा प्रयागराज-फैजाबाद रोड पर चक्काजाम करने के मामले में पुलिस ने 133 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इस प्रदर्शन के कारण तीन एंबुलेंस सहित कई वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहे, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई। ख़बरों के अनुसार पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
घटना का विवरण
17 अगस्त को मांडा थाना क्षेत्र के एक गांव में 35 वर्षीय सोनार, रमेश कुमार, की हत्या अज्ञात हमलावरों ने चाकू मारकर कर दी थी। ख़बरों के अनुसार इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों और मृतक के परिजनों ने रविवार शाम को प्रयागराज-फैजाबाद रोड पर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को मुआवजे की मांग की। इस दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया, और तीन एंबुलेंस सहित कई वाहन फंस गए, जिससे मरीजों और यात्रियों को भारी असुविधा हुई।
पुलिस की कार्रवाई
ख़बरों के अनुसार मांडा थाना प्रभारी रमेश यादव ने बताया कि चक्काजाम से कानून-व्यवस्था को खतरा पैदा हुआ था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने, तो बल प्रयोग कर जाम खुलवाया गया। इसके बाद 133 लोगों के खिलाफ IPC की धारा 341 (गलत तरीके से रोकना), 283 (सार्वजनिक मार्ग में बाधा डालना), और 188 (सरकारी आदेश का उल्लंघन) के तहत FIR दर्ज की गई। पुलिस ने CCTV फुटेज और स्थानीय लोगों की मदद से 15 आरोपियों को हिरासत में लिया है और बाकी की तलाश के लिए छापेमारी कर रही है।
प्रदर्शनकारियों का पक्ष
प्रदर्शन में शामिल कुछ ग्रामीणों ने दावा किया कि पुलिस ने हत्या के मामले में समय पर कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा। सोशल मीडिया की खबरों के मुताबिक एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “रमेश की हत्या दिनदहाड़े हुई, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। हमारा गुस्सा जायज था।” हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हत्या की जांच चल रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ यूजर्स ने प्रदर्शनकारियों के गुस्से को जायज ठहराया, जबकि अन्य ने चक्काजाम के कारण एंबुलेंस फंसने पर नाराजगी जताई। एक यूजर ने लिखा, “एंबुलेंस को जाम में फंसाना गलत है, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता ने लोगों को मजबूर किया।
निष्कर्ष
प्रयागराज में सोनार की हत्या के बाद चक्काजाम और FIR ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था और पुलिस की तत्परता पर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है, लेकिन हत्या के दोषियों की गिरफ्तारी और प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के बीच यह मामला तूल पकड़ सकता है। प्रशासन ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
