अखिलेश से पहले पहुंचे योगी, अवंती बाई को श्रद्धांजलि दी; एक घंटे बाद पहुंचे सपा प्रमुख, बोले- सरकार में हैं तो पहले आना ही चाहिए
लखनऊ/ 16 अगस्त : लखनऊ में स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना अवंती बाई लोधी की जयंती पर भव्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य के कई बड़े नेता शामिल हुए। सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पहुंचे और उन्होंने पुष्प अर्पित कर वीरांगना को नमन किया। योगी ने इस मौके पर कहा कि अवंती बाई ने अपने साहस और बलिदान से इतिहास में अमर स्थान बनाया है। उनके संघर्ष की कहानियां आज भी नई पीढ़ी को प्रेरित करती हैं।
योगी आदित्यनाथ ने याद किया योगदान
मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि सभा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अवंती बाई का बलिदान यह संदेश देता है कि मातृभूमि की रक्षा के लिए कोई भी त्याग छोटा नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार वीरांगना के नाम को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
अखिलेश यादव पहुंचे एक घंटे बाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जाने के करीब एक घंटे बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते ही उन्होंने पुष्प अर्पित कर वीरांगना को नमन किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश ने कहा, “वे (योगी आदित्यनाथ) सरकार में हैं, इसलिए उन्हें सबसे पहले ही आना चाहिए था। हम विपक्ष में हैं और जनता की आवाज़ लेकर यहां पहुंचे हैं।”
श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा जनसैलाब
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, कार्यकर्ता और सामाजिक संगठनों के सदस्य मौजूद रहे। मंच पर नेताओं ने वीरांगना के साहस और बलिदान का जिक्र करते हुए कहा कि उनका जीवन महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। कई वक्ताओं ने उनके संघर्ष को स्कूलों और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग भी उठाई।
श्रद्धांजलि में दिखा सियासी रंग
भले ही यह अवसर श्रद्धांजलि का था, लेकिन राजनीति का रंग भी साफ तौर पर नजर आया। बीजेपी और सपा दोनों के बड़े नेताओं की मौजूदगी ने इस आयोजन को सियासी महत्व दे दिया। योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के अलग-अलग समय पर पहुंचने और दिए गए बयानों ने इस कार्यक्रम को और चर्चा का विषय बना दिया।