लखनऊ में नगर निगम के खिलाफ कैंडल मार्च: फैजुल्लागंज में खराब पड़ीं 170 LED लाइटें, अंधेरे में डूबी कॉलोनियां
लखनऊ/ 12 अगस्त : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के फैजुल्लागंज क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट्स की खराबी से तंग आकर स्थानीय निवासियों ने सोमवार रात नगर निगम के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला। लोगों का आरोप है कि क्षेत्र की 170 LED स्ट्रीट लाइटें कई महीनों से खराब पड़ी हैं, जिसके चलते कॉलोनियां अंधेरे में डूबी हैं। इस वजह से रात में आवागमन में दिक्कतें और चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम की लापरवाही पर गुस्सा जाहिर करते हुए तत्काल मरम्मत की मांग की।
कैंडल मार्च और जनाक्रोश
फैजुल्लागंज की साहू कॉलोनी, शिवाजीपुरम, गायत्री नगर और आसपास की कॉलोनियों के सैकड़ों निवासियों ने कैंडल मार्च निकालकर नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी रात 8 बजे फैजुल्लागंज चौराहे पर जमा हुए और नगर निगम कार्यालय तक मार्च किया। स्थानीय निवासी रमेश पांडेय ने बताया कि 170 में से अधिकांश LED लाइटें पिछले 6 महीनों से खराब हैं, और बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। महिलाओं और बच्चों को रात में बाहर निकलने में डर लगता है, क्योंकि अंधेरे के कारण चोरी और छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ गई हैं।
निवासियों की शिकायतें
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नगर निगम ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लाखों रुपये खर्च कर LED लाइटें लगाई थीं, लेकिन रखरखाव के अभाव में ये बेकार हो गई हैं। गायत्री नगर की निवासी शालिनी मिश्रा ने बताया कि अंधेरे के कारण रात में सड़कों पर आवारा जानवरों का खतरा बढ़ गया है। एक अन्य निवासी मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि बिजली बिल और हाउस टैक्स समय पर लिया जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर केवल कोरे वादे मिलते हैं।
नगर निगम की प्रतिक्रिया
कैंडल मार्च के बाद नगर निगम के जोनल अधिकारी अजय त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया। उन्होंने दावा किया कि खराब लाइटों की मरम्मत के लिए ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं और एक सप्ताह के भीतर सभी LED लाइटें ठीक कर दी जाएंगी। हालांकि, लोगों ने इस आश्वासन को “पुराना राग” बताते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की
।प्रभावित क्षेत्र और असर
फैजुल्लागंज क्षेत्र में खराब स्ट्रीट लाइटों के कारण न केवल रात में आवागमन मुश्किल हो गया है, बल्कि छोटे-मोटे व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि अंधेरे के कारण ग्राहक देर शाम तक नहीं रुकते। बच्चों और बुजुर्गों को सड़कों पर चलने में खतरा बना रहता है। कुछ इलाकों में अंधेरे का फायदा उठाकर चोरों ने कई घरों को निशाना बनाया है। नगर निगम ने लोगों से शांति बनाए रखने और सहयोग करने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा कि मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है और जल्द ही स्थिति सामान्य होगी। हालांकि, निवासियों का कहना है कि अगर एक सप्ताह में लाइटें ठीक नहीं हुईं, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। यह घटना लखनऊ में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की हकीकत पर सवाल उठाती है, जहां बुनियादी सुविधाएं भी समय पर उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं
