पिटाई के डर से छठवीं के छात्र ने लगाई फांसी: कानपुर में टीचर ने जब्त की थी चेन, मां का बिलखकर रोना- मेरा लाल चला गया
लखनऊ/ 30 जुलाई : उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। बर्रा थाना क्षेत्र में छठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 11 वर्षीय छात्र स्वास्तिक ने अपनी मां की डांट के डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि स्कूल की शिक्षिका ने स्वास्तिक की चांदी की चेन जब्त कर ली थी, जिसके डर से उसने यह खौफनाक कदम उठाया। घटना के बाद मां और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
घटना मंगलवार, 29 जुलाई 2025 की देर रात की है, जब बर्रा के विश्व बैंक कॉलोनी में रहने वाला स्वास्तिक (11) अपने घर में कमरे के अंदर फंदे से लटका पाया गया। स्वास्तिक स्थानीय स्कूल में छठवीं कक्षा का छात्र था। परिजनों के अनुसार, मंगलवार को स्कूल में उसकी शिक्षिका ने उसकी चांदी की चेन जब्त कर ली थी, जिसे वह अपनी मां से मिले उपहार के रूप में पहनता था। शिक्षिका ने चेन जब्त करने के बाद स्वास्तिक को चेतावनी दी थी कि वह इसकी शिकायत मां से करेगी, जिससे स्वास्तिक डर गया। घर लौटने पर स्वास्तिक ने अपनी मां से चेन जब्त होने की बात छिपाई, लेकिन डर था कि शिक्षिका उनकी मां को इसकी जानकारी देगी और उसे डांट पड़ेगी। रात में, जब परिवार के लोग सो रहे थे, स्वास्तिक ने अपने कमरे में रस्सी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। सुबह जब मां ने उसे कमरे में फंदे से लटका देखा, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। मां ने चीख-पुकार मचाई, जिसके बाद आसपास के लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे।
मां का दर्द: मेरा लाल चला गया
स्वास्तिक की मां ने रोते हुए बताया, “मेरा लाल चला गया… क्या बात करूं। वो तो बस चेन के लिए डर गया था। मैंने उसे कभी नहीं मारा, लेकिन वो डर गया कि मैं डांटूंगी। मेरे बच्चे को वापस लाओ।” परिजनों का कहना है कि स्वास्तिक एक खुशमिजाज और पढ़ाई में अच्छा बच्चा था। वह अपनी मां की दी हुई चांदी की चेन को बहुत प्यार से पहनता था, और उसे खोने का डर उसे परेशान कर रहा था।
पुलिस और फोरेंसिक जांच
बर्रा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए और स्वास्तिक के कमरे की जांच की। थाना प्रभारी ने बताया, “परिजनों की तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। स्कूल प्रशासन और शिक्षिका से भी पूछताछ की जाएगी। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण मां की डांट का डर और चेन जब्त होना सामने आ रहा है।
स्कूल प्रशासन पर सवाल
स्वास्तिक के परिजनों ने स्कूल प्रशासन और शिक्षिका की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि शिक्षिका ने चेन जब्त करने के बाद बच्चे को डराने की धमकी दी, जिससे वह मानसिक दबाव में आ गया। स्थानीय लोगों ने भी स्कूलों में बच्चों के साथ व्यवहार में संवेदनशीलता बरतने की मांग की है। X पर कई यूजर्स ने इस घटना पर दुख जताते हुए लिखा, “बच्चों पर इतना दबाव क्यों? शिक्षकों को संवेदनशील होना चाहिए। एक छोटी सी चेन ने बच्चे की जान ले ली।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी है। X पर यूजर्स ने स्कूलों में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत पर जोर दिया। एक यूजर ने लिखा, “11 साल का बच्चा इतना डर गया कि उसने अपनी जान दे दी। स्कूल और शिक्षक इसकी जिम्मेदारी लें।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार करना चाहिए, ताकि बच्चे डर के बजाय खुलकर बात करें।
बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
यह घटना बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और स्कूलों में उनके साथ व्यवहार के तौर-तरीकों पर गंभीर सवाल उठाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटी-छोटी बातों पर डांट-फटकार या दबाव बच्चों को अवसाद की ओर ले जा सकता है। स्वास्तिक की आत्महत्या ने एक बार फिर इस बात को रेखांकित किया है कि शिक्षकों और अभिभावकों को बच्चों के साथ संवेदनशीलता बरतनी चाहिए।
