मोदी ने आंबेडकर के अपमान पर लालू को घेरा, कहा- खुद को बाबा साहेब से भी बड़ा दिखाना चाहते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के फोटो फ्रेम का अपने जन्मदिन के दिन अपमान करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को घेर लिया है। गले में नीले रंग का गमछा डाले पीएम मोदी ने सीवान में एक सभा में कहा कि ये लोग कदम-कदम पर बाबा साहेब का अपमान करते हैं। इस मसले पर लालू से माफी मांगने की बढ़ती मांग की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग कभी माफी नहीं मांगेंगे। इनके मन में दलित, महादलित, पिछड़े और अति पिछड़े के लिए कोई सम्मान नहीं है।मोदी ने कहा- “हम कहते हैं सबका साथ, सबका विकास। लेकिन लालटेन और पंजे वाले कहते हैं, परिवार का साथ, परिवार का विकास। इनकी राजनीति का कुल जमा निचोड़ यही है, अपने-अपने परिवारों के हित के लिए ये देश के, बिहार के करोड़ों परिवारों का अहित करने से भी नहीं चूकते हैं। बाबा साहेब आंबेडकर भी इस तरह की राजनीति के बिल्कुल खिलाफ थे। इसलिए ये लोग कदम-कदम पर बाबा साहेब का अपमान करते हैं।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा- “अभी पूरे देश ने देखा है कि आरजेडी वालों ने बाबा साहेब की तस्वीर के साथ क्या व्यवहार किया है। बिहार में पोस्टर लगे हैं कि बाबा साहेब के अपमान पर माफी मांगो। लेकिन मैं जानता हूं, ये लोग कभी माफी नहीं मांगेंगे। इनके मन में दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े के प्रति कोई सम्मान नहीं है। आरजेडी और कांग्रेस बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीर को पैरों में रखती है, जबकि मोदी बाबा साहेब आंबेडकर को अपने दिल मे्ं रखता है। बाबा साहेब का अपमान करके ये लोग खुद को बाबा साहेब से भी बड़ा दिखाना चाहते हैं। बिहार के लोग बाबा साहेब का ये अपमान कभी नहीं भूलेंगे।”
बता दें कि 11 जून को लालू यादव के जन्मदिन के मौके पर राबड़ी देवी के आवास में लालू ने कुछ समय कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद हिदायत से रहने वाले लालू इस तरह बैठे थे कि कोई उनके पास तक ना आ पाए क्योंकि डॉक्टरों के मुताबिक संक्रमण का खतरा हो सकता है। लालू एक कुर्सी पर खुद बैठे और सामने दूसरी कुर्सी पर पांव चढ़ा लिए। जो लोग भी आ रहे थे, उनके पांव को छूकर साथ लाया बुके या कोई दूसरा तोहफा स्टाफ को देकर लौटाए जा रहे थे।
इसी दौरान एक वर्कर आंबेडकर की फोटो के साथ पहुंचा और लालू के पांव छूकर बाकी लोगों की तरह स्टाफ को फोटो देकर लौट गया। वीडियो में लालू और फोटो में आंबेडकर दोनों का ही चेहरा कैमरे को देख रहा है, फोटो का पिछला हिस्सा लालू की तरफ है। इससे लगता है कि लालू को पता ही नहीं चला कि फ्रेम में उनका फोटो है या आंबेडकर का। इसी वीडियो के सामने आने के बाद से भाजपा ने आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाकर लालू के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। भाजपा लालू से माफी मांगने कह रही है।
