राजा रघुवंशी हत्याकांड: उजाला यादव के खुलासे और सोनम का गाजीपुर तक का सफर
Raja Raghuvanshi Curder Case: इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की मेघालय में हनीमून के दौरान हुई हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस सनसनीखेज मामले में अब गाजीपुर की उजाला यादव की एंट्री ने नया मोड़ ला दिया है। उजाला ने बताया कि 8 जून 2025 की रात वह सोनम रघुवंशी के साथ वाराणसी रोडवेज बस स्टैंड के प्लेटफॉर्म नंबर-7 से गाजीपुर के सैदपुर तक बस में यात्रा कर रही थी। सोनम के साथ दो अन्य लोग भी थे, और वह गोरखपुर जाने की बात कर रही थी। यह खुलासा तब हुआ, जब मेघालय पुलिस ने 17 दिनों तक तीन राज्यों में छानबीन के बाद सोनम को गाजीपुर से गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड में सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा मुख्य आरोपी हैं, जिन्होंने तीन सुपारी किलरों के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
हादसे का घटनाक्रम: हनीमून से हत्या तक
राजा और सोनम की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी। शादी के 12 दिन बाद, 23 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय के चेरापूंजी पहुंचे। लेकिन यह यात्रा एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी। पुलिस के अनुसार, सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की योजना बनाई। 23 मई को सोनम ने राजा को वीसावडोंग फॉल्स के पास ले जाया, जहां तीन सुपारी किलरों—आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान, और आनंद कुर्मी—ने राजा को पहले खाई में धक्का देने की कोशिश की, फिर एक नई कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को खाई में फेंक दिया गया, जहां 2 जून को वह बरामद हुआ। सोनम ने हत्या के बाद राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, “सात जन्मों का साथ है,” ताकि संदेह से बचा जा सके।
सोनम का भागना और गाजीपुर में गिरफ्तारी
हत्या के बाद सोनम मेघालय से भागकर इंदौर पहुंची, जहां वह विशाल चौहान द्वारा किराए पर लिए गए एक फ्लैट में 27 मई तक छिपी रही। इसके बाद वह वाराणसी पहुंची और 8 जून की रात वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर एक ढाबे पर दिखी। वहां उसने ढाबे के मालिक साहिल यादव से फोन मांगकर अपने भाई गोविंद को कॉल किया। साहिल ने उसकी संदिग्ध हालत देखकर पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद सोनम ने 9 जून को गाजीपुर में सरेंडर कर दिया। उजाला यादव ने बताया कि सोनम ने उससे कहा था कि वह गोरखपुर जाना चाहती है, लेकिन वह गाजीपुर उतर गई। सोनम के साथ दो लोग थे, जिनकी पहचान अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है। पुलिस इन दो व्यक्तियों की तलाश कर रही है।
उजाला यादव का खुलासा और पुलिस की जांच
उजाला यादव, गाजीपुर के सैदपुर की रहने वाली, ने पुलिस को बताया कि वह सोनम से बस में मिली थी। सोनम ने उसे अपनी परेशानी बताई और गोरखपुर जाने की इच्छा जताई। उजाला के बयान ने पुलिस को यह समझने में मदद की कि सोनम गाजीपुर में क्यों थी। मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने सोनम और चार अन्य आरोपियों—राज कुशवाहा, आकाश, विशाल, और आनंद—को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर शिलांग ले जाया। 11 जून को SIT ने चेरापूंजी में क्राइम सीन रिकंस्ट्रक्शन किया, जहां सोनम और आरोपियों ने हत्या की पूरी प्रक्रिया दोहराई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड, और स्थानीय गाइड अल्बर्ट पीडी की जानकारी के आधार पर इस साजिश का पर्दाफाश किया।
