सुभासपा का बढ़ा कुनबा, सुभाष यादव की घर वापसी
लखनऊ- लोकसभा चुनावों के दौरान कुछ कारणों से सुभासपा से अलग हुए पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता और आजमगढ़ मंडल के प्रमुख जमीनी नेताओं में शामिल सुभाष चन्द्र यादव ने एक बार फिर घर वापसी करते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव डॉ. अरविंद राजभर के हाथों से पार्टी का प्रतीक चिन्ह लेकर पार्टी में वापसी की। इस मौके पर पार्टी के युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमंत सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा, डॉ. बिंदेश्वरी पांडे, कार्यालय प्रभारी धर्म प्रकाश चौधरी सहित कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
सुभाष चन्द्र यादव की आजमगढ़ मंडल में एक मजबूत पहचान है, जहां उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के अस्तित्व को चुनौती दी थी। उनकी राजनीतिक स्थिति इतनी मजबूत रही कि उन्होंने सपा के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा खोला था। सुभाष यादव ने लंबे समय तक सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में पार्टी के पक्ष को मजबूती से रखा। उनके डिबेट्स और बयानों ने विपक्ष के नेताओं के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी थीं, क्योंकि उनका जवाब विपक्षी प्रवक्ताओं के पास नहीं होता था।
अब, जब सुभाष यादव ने सुभासपा में अपनी वापसी की है, तो यह घटनाक्रम विपक्ष के खेमे में खलबली मचा रहा है। उनके इस कदम को लेकर राजनीति में हलचल तेज हो गई है, और सपा सहित अन्य विपक्षी दलों के लिए यह एक चुनौती का संकेत है। सुभाष यादव का घर वापसी करना सुभासपा के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम है, जो आगामी चुनावों में पार्टी के पक्ष में अहम साबित हो सकता है।