केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वालों को तीन गुनी कीमत पर प्याज खरीदने के लिए छोड़ा : वीरेन्द्र सचदेवा
नई दिल्ली, 07 सितंबर । दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने शनिवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार की लापरवाही के कारण दिल्ली के लोग सब्जी विक्रेताओं से लगभग 75 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज खरीदने को मजबूर हैं। हर साल मानसून के बाद की प्याज की कमी को पूरा करने के लिए एक बैकअप योजना तैयार की जानी चाहिए थी, लेकिन हैरानी की बात है कि दिल्ली सरकार ने प्याज का बफर स्टॉक जुलाई के मध्य तक कोल्ड स्टोरेज में तैयार नहीं रखा, जिसके कारण लोगों को कीमती प्याज खरीदने पड़ रहे हैं।
मीडिया से बातचीत में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सचदेवा ने कहा कि पिछले अनुभवों के बावजूद, दिल्ली सरकार ने जून-जुलाई में महाराष्ट्र या कर्नाटक से योजना बनाकर प्याज खरीदने और बफर स्टॉक रखने का कोई प्रयास नहीं किया। अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियों को लगभग तीन गुनी कीमत पर प्याज खरीदने के लिए छोड़ दिया है।
सचदेवा ने कहा कि देश में प्याज की कमी नहीं है। प्याज उत्पादक राज्यों में अभी भी कोल्ड स्टोरेज में बड़े स्टॉक पड़े हुए हैं, लेकिन केजरीवाल सरकार इसे खरीदने का कोई प्रयास नहीं कर रही है। अगर दिल्ली सरकार, विशेष रूप से मंत्री गोपाल राय, आतिशी और इमरान हुसैन ने भाजपा की सलाह और अनुरोध को ध्यान में रखा होता और जुलाई के अंत तक दिल्ली में प्याज का बफर स्टॉक बना लिया होता, तो आज प्याज की कीमत 75 रुपये प्रति किलो नहीं होती।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों जैसे नैफेड के माध्यम से प्याज का स्टॉक तैयार किया और वैन के जरिए 35 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज उपलब्ध करवा रही है, लेकिन केजरीवाल सरकार न तो कोई बफर स्टॉक बना रही है और न ही कीमतों को नियंत्रित करने के लिए खुदरा बाजार में कोई प्रयास कर रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल की “काम नहीं, केवल राजनीति” की नीति ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि लोग केंद्र सरकार से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।