निलंबित डीपीआरओ के समर्थन में उतरा गुर्जर समाज, तुरंत बहाली की मांग
फतेहाबाद, 29 जुलाई। अनाज मण्डी में 25 जुलाई को सीएम नायब सैनी की प्रगति रैली के बाद जिला सूचना एवं लोक संपर्क अधिकारी आत्मा राम कसाना को निलंबित करने से गुर्जर समाज में काफी रोष है। इसको लेकर सोमवार को गुर्जर समाज के सैंकड़ों लोग लघु सचिवालय पहुंचे और एडीसी को ज्ञापन सौंप कर डीपीआरओ आत्मा राम को तुरंत बहाल करने की मांग की। साथ ही समाज के लोगों ने चेतावनी दी कि यदि आत्माराम को तुरंत बहाल नहीं किया गया तो समाज के लोग सडक़ों पर उतरेंगे और भूख हड़ताल करेंगे।
फतेहाबाद में सोमवार को हिसार, हांसी, सिरसा, भिवानी, गुरुग्राम सहित कई शहरों से गुर्जर समाज के संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे। ज्ञापन सौंपने आए गुड्डू फौजी, लीला राम, चानन सिंह, कृष्ण मूर्ति, शेर सिंह, सुभाष चावड़ा आदि ने कहा कि डीपीआरओ आत्मा राम कसाना साढ़े 29 वर्ष तक बिना दाग पूरी ईमानदारी से नौकरी करते आ रहे हैं। अब उनके रिटायरमेंट के सिर्फ 6 माह ही बाकी थे। उनको चार बार अच्छा काम करने पर प्रमोट किया गया। यदि उनसे इस तरह की गलतियां होती तो वे यहां तक नहीं पहुंच पाते। इन लोगों ने कहा कि डीपीआरओ आत्माराम को राजनीतिक तौर पर निशाना बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीएम के भाषण में अगर कोई गलती हो गई तो यह केवल आत्मा राम के कारण नहीं हुआ। उनसे ऊपर भी अधिकारी बैठे हैं, जिनके पास सीएम भाषण की फाइल गई। उनके हाथों से फाइल ओके हुई तो उन पर भी गाज गिरनी चाहिए।
उन्होंने मामले में निष्पक्ष जांच करवाने और उन्हें बहाल करने की मांग उठाई। बता दें कि सीएम नायब सिंह सैनी ने 25 जुलाई को फतेहाबाद अनाज मंडी में प्रगति रैली को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयानबाजी पर उन्हें अपनी सरकार के कार्यों का हिसाब किताब गिनाया था। इस हिसाब किताब में सीएम सैनी ने फतेहाबाद में हुए कुछ काम ऐसे गिना दिए, जो हुड्डा के कार्यकाल में शुरू हुए थे।