राजस्व एवं संभावित बाढ़ को लेकर डीएम ने की समीक्षा बैठक

 राजस्व एवं संभावित बाढ़ को लेकर डीएम ने की समीक्षा बैठक

कटिहार, 19 जून । राजस्व विभागीय कार्यों को लेकर जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उक्त बैठक के दौरान पंचायत सरकार भवन, भू-लगान वसूली, सैरात, ऑनलाईन म्यूटेशन, परिमार्जन, आधार सीडिंग, अभियान बसेरा-2, ई-मापी, ऑनलाईन एलपीसी, सरकारी भूमि की इन्ट्री, अंचल स्तर पर लंबित मामले, पंचायत सरकार भवन निर्माण हेतू भूमि उपलब्ध कराने, अंचल स्तर पर अन्य लंबित मामले की विस्तृत चर्चा करते हुए जानकारी ली गई तथा सीमांकन, अभियान बसेरा, अतिक्रमण इत्यादि पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का निर्देश डीएम ने दिया।

डीएम ने क्रमवार तरीके से अंचलावार अतिक्रमण मुक्त कराने, पंचायत सरकार भवन निर्माण हेतु भूमि चिन्हित करने/अभियान बसेरा तथा सीमांकन का रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिए। बैठक में आपदा विभाग के अंतर्गत जिले में आगामी बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला पदाधिकारी ने विभिन्न विभाग द्वारा किये जा रहे तैयारी एवं कार्य की समीक्षा की गई। इस दौरान उन्होंने वर्षा मापक यंत्रों की अद्यतन स्थिति, संकट ग्रस्त व्यक्तियों एवं समूहों की पहचान, तटबंधों की मरम्मति एवं सुरक्षा, सूचना व्यवस्था, सरकारी एवं गैर सरकारी नाव की उपलब्धता एवं मरम्मति, बाढ़ प्रभावित पशु हेतु पशुचारा की उपलब्धता, अंचलवार पॉलीथीन सीट की उपलब्धता, बाढ़ आश्रय स्थल एवं चयनित राहत शिविर की स्थिति, सामुदायिक किचन की व्यवस्था, आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप दवाई की उपलब्धता एवं स्वास्थ्य टीम का गठन, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति, लाईफ जैकेट की उपलब्धता, बाढ़ से राहत एवं बचाव हेतु गोताखोर की उपलब्धता एवं प्रशिक्षण आदि के संबंध में सभी अंचल अधिकारी एवं प्रखंड के नोडल पदाधिकारी से विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी लिया।

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बैठक में सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने क्षेत्रों के तटबंधों का भौतिक निरीक्षण करने तथा संबंधित पदाधिकारियों को तटबंधों की निरीक्षण करते हुए संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील तटबंध चिन्हित करने, कमजोर तटबंधों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से मरम्मति करने, बाढ़ के समय आपात स्थिति में तटबंधों में बाढ़ निरोधात्मक कार्याे से निपटने तथा आवश्यक स्थिति में तटबंधों की मरम्मति हेतु पर्याप्त संख्या में बोरी में मीट्टी भरकर भंडारण करने, प्रखंड व पंचायत स्तरीय अनुश्रवण सह निगरानी समिति का गठन करने, सभी संचालित वर्षा मापक यंत्र की स्थिति जांच कर सत्यापित करने, सभी अंचलों में क्षतिग्रस्त नावों को मरम्मति करने, सरकारी नावों के साथ नाविकों को टैग करने, नाविक सहित गैर सरकारी नावों को चिन्हित कर लाइसेंस निर्गत करने, पूर्व से जो भी गैर सरकारी नाव चिन्हित है वैसे नावों की लाईसेंस नवीकरण करने, यदि किसी नाविकों का श्रामिक भुगतान लंबित हो तो उनको भुगतान हेतु जांचकर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने तथा चिन्हित सभी नावों का घाट एवं रूट चिन्हित कराने का निदेश दिया गया।

इसके अलावे संबंधित पदाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में पशुचारा का भंडारण करने एवं पशुओं के बीमारियों के उपचार हेतु सभी प्रकार के आवश्यक दावई की पर्याप्त मात्रा में भंडारण कराने, बाढ़ पीड़ित व्यक्तियों के राहत हेतु अंचल में उपलब्ध भंडार का भौतिक निरीक्षण कर उपलब्ध पॉलीथीन सीट्स की जांच करने, बाढ़ आश्रय स्थलों की जांच कर मरम्मति एवं मेन्टनन्स कराने, सभी चिन्हित शिविरों में शुद्ध पेयजल सुनिश्चित कराने, वहां उपलब्ध चापाकल की मरम्मति कराने, आवश्कता वाले शिविरों में चापाकल उपलब्ध कराने, आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप मानव रक्षक आवश्यक दवाई का पर्याप्त मात्रा में भंडारण कराने सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के बाढ़ पीड़ित परिवारों के राहत एवं बाचव हेतु जिला पदाधिकारी महोदय कटिहार द्वारा कई प्रकार के आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।

बैठक में अपर समाहर्त्ता, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी एवं वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मनिहारी और बारसोई अनुमंडल पदाधिकारी सहित जिले के सभी 16 प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी मौजूद थे।

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