नवनिर्वाचित सांसद रविंद्र वायकर के रिश्तेदार और चुनाव कर्मी के खिलाफ मामला दर्ज
मुंबई, 16 जून (हि.स.)। गोरेगांव के नेस्को मतगणना केंद्र पर ईवीएम से जुड़े मोबाइल फोन को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान नवनिर्वाचित सांसद रविंद्र वायकर के रिश्तेदार को देने के आरोप में वायकर के साले और एक चुनाव कर्मी के विरुद्ध वनराई पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इससे नवनिर्वाचित सांसद रविंद्र वायकर की मुश्किलें बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र के उत्तर-पश्चिम संसदीय सीट पर सबसे करीबी मुकाबला रवींद्र वायकर और अमोल कीर्तिकर के बीच था। कड़े मुकाबले में शिंदे गुट के रवींद्र वायकर ने ठाकरे गुट के अमोल कीर्तिकर को महज 48 वोटों से हरा दिया था। प्रारंभ में अमोल कीर्तिकर को विजेता घोषित किया गया, लेकिन पुनर्मतगणना में डाक मत निर्णायक होने के कारण रवींद्र वायकर मामूली अंतर से जीत गए। इसके बाद शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर ने वोटों की गिनती पर आपत्ति जताई है।
इस संबंध में वनराई पुलिस ने वायकर के बहनोई मंगेश पांडिलकर और चुनाव आयोग के एनकोर ऑपरेटर दिनेश गुरव के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अब जांच में पता चला है कि पांडिलकर ईवीएम से जुड़े मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस ने अन्य उम्मीदवारों के बयान भी दर्ज कर लिए हैं और जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित हुए और मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वायकर ने जीत हासिल की। उस दिन वायकर के रिश्तेदार को मतगणना केंद्र में ईवीएम को अनलॉक करने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करते देखा गया था। हिंदू समाज पार्टी के उम्मीदवार भरत शाह ने वनराई पुलिस स्टेशन और चुनाव रिटर्निंग ऑफिसर से शिकायत की थी कि वायकर के रिश्तेदार मतदान केंद्र कक्ष में बिना अनुमति के भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे।
इस शिकायत के आधार पर वनराई पुलिस स्टेशन ने मामला दर्ज किया है, हालांकि पुलिस ने शिकायत कर्ता भरत शाह को एफआईआर कॉपी देने से इनकार कर दिया है। इसके अलावा अमोल कीर्तिकर ने संबंधित पुलिस से मतदान केंद्र के सीसीटीवी फुटेज की भी मांग की है।





