जय श्री राम बोलने पर लाठी खाई, जेल गए लेकिन मेहनत रंग लाई
राम मंदिर आंदोलन में लाठियां खाकर गिरफ्तारी देने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यवीर गुप्ता का कहना है कि उन्होंने जय श्री राम कहने पर लाठियां खाई, आंदोलन किया, जेल गए लेकिन आज खुशी है कि मुझ जैसे रामभक्तों की मेहनत रंग लाई और अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर बन कर तैयार हो गया है। इसी दिन का हम सभी को बेसब्री से इंतजार था।
जनपद के मोहल्ला टीला निवासी सत्यवीर गुप्ता का कहना है कि उन्होंने अयोध्या मंदिर आंदोलन के लिए काफी संघर्ष किया था। नवंबर 1990 में तत्कालीन भाजपा नगर अध्यक्ष चंद्रप्रकाश गुप्ता के नेतृत्व में जुलूस निकालकर गिरफ्तारी दी। जब हिरन गांव स्थित अस्थाई जेल बनाकर उनको बंद किया, वहां अव्यवस्थाओं को लेकर आंदोलन व नारेबाजी की। तत्कालीन तहसीलदार राजेंद्र सिंह एवं पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
उन्होंने बताया कि श्री राम मंदिर आंदोलन के लिए फिरोजाबाद के कार सेवक बसों के माध्यम से अयोध्या जाते थे, तो जय श्री राम का नारा लगाने पर राम भक्तों की पुलिस पिटाई करती थी। लेकिन मंदिर को लेकर इतना जोश था कि पुलिस की लाठियां का कोई असर नहीं होता था। भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष चंद्रप्रकाश गुप्ता के नेतृत्व में एक टोली गिरफ्तारी देने को निकली तो पुलिस ने राजपूताना चौराहा पर एसओ ध्रुवलाल यादव के नेतृत्व में पुलिस ने लाठीचार्ज करने के साथ फायरिंग की थी। गोलीबारी और पुलिस की बर्बरता के बावजूद हम सभी घंटाघर तक पहुंचे और गिरफ्तारी दी थी। सभी को अस्थाई जेल हिरन गांव ले जाया गया। अवस्थाओं को लेकर कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया तो पुलिस ने लाठियां चलाईं। इसमें मेरे साथ करीब 15 रामभक्त घायल हुए थे। फिर सभी को मैनपुरी जेल भेजा गया था। वहां 18 दिन तक बंद रहे। तब भाजपा के नेता रजनीकांत महेश्वरी, अधिवक्ता जगदीश शर्मा एडवोकेट व पुरुषोत्तम गुप्ता रिहाई का परवाना लेकर पहुंचे,इसके बाद सभी को रिहा किया गया था। रिहाई होने के बाद भी आंदोलन की धार तेज चलती रही।
श्री गुप्ता का कहना है कि राम मंदिर बनने के साथ प्राण प्रतिष्ठा होने पर हम सबको बेहद खुशी है और इसी दिन का हम सभी राम भक्तों को इंतजार था। 22 जनवरी को यह इंतजार खत्म हो जाएगा और भव्य श्री राम मंदिर में श्री रामलला विराजमान होंगे।





