5 माह बाद हत्याकांड का खुलासा, मुख्य आरोपित गिरफ्तार
नवादा नगर के भदौनी- फुलवारी शरीफ निवासी मकबूल अंसारी की हत्या का राजफाश हो गया है। 5 माह बाद पुलिस ने सोमवार को घटना का उद्भेदन किया है। घटना की जड़ में जमीन विवाद बताया गया है।
बता दें कि 28 अगस्त 23 को मकबूल अंसारी के पुत्र महबूब आलम ने अपने पिता के गायब होने की सूचना नगर थाना पुलिस को दी थी। पिता 22 जुलाई को धार्मिक यात्रा पर अजमेर शरीफ जाने के लिए घर से निकले थे। उसके बाद से उनका कोई अतापता नहीं था। बेटे की शिकायत पर इस बाबत पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की थी।
एसडीपीओ सदर अजय प्रसाद ने रहस्य से पर्दा हटाते हुए बताया कि 74 डिसमिल जमीन जिन लोगों ने हड़प लिया था उन्हीं लोगों ने हत्या कर शव को किऊल- गया रेलखंड के वजीरगंज स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर फेंक दिया था ताकि घटना दुर्घटना लगे।
दरअसल पूरा मसला यह था कि मकबूल अंसारी की जमीन को यादव नगर का अखिलेश यादव पिता रघु यादव बेचने का काम करता था। मकबूल अंसारी को अखिलेश यादव पर पूरा भरोसा हो गया था। इस बीच अखिलेश और उसके लोगों ने 74 डिसमिल जमीन धोखा देकर लिखवा लिया। इसके बाद मकबूल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसी दौरान मकबूल अंसारी धार्मिक यात्रा पर अजमेर शरीफ जाने की तैयारी कर रहे थे। अखिलेश और उसके दोस्तों ने उन्हें 22 जुलाई को गया स्टेशन पर ट्रेन चढाने की बात कह कर साथ ले गया। रास्ते में वजीरगंज के पास गला दबाकर हत्या कर शव को रेल ट्रैक पर फेंक दिया।
इस बीच पुत्र के पिता से संपर्क नहीं होने पर पुत्र मोहम्मद महबूब आलम ने अखिलेश से संपर्क किया तो उसका मोबाइल बंद मिला। बाद में उसके परिजनों से संपर्क किया तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला तब उसने 28 अगस्त को नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई। वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर पुलिस ने पहले अखिलेश को पूछताछ के लिए उठाया। पूछताछ के क्रम में वह टूट गया और घटना के बारे में पूरी जानकारी दी।
एसडीपीओ ने बताया कि अखिलेश की गिरफ्तारी हो गई है। इस घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है। सभी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।





