गन्ने का भाव 450 रूपये प्रति क्विंटल किया जाए: भाकियू चढूनी

गन्ने का भाव 450 प्रति क्विंटल तय किए जाने और गन्ने की जल्द पिराई शुरू करने की मांग को लेकर गुरुवार को किसानों ने लघु सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन कर जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन चढूनी के जिला प्रधान संजू गुंदियाना ने कहा कि गन्ने की फसल किसानों की मुख्य व्यपारिक फसल है। और पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष गन्ने की अच्छी फसल तैयार हो चुकी है। लेकिन मिलों में गन्ने का उचित दाम नहीं मिल रहा है। और बीते वर्षों में सरकार ने जो मूल्य बढ़ाया वह नाकाफी है, जबकि चीनी के दाम काफी अच्छे है।
उन्होंने कहा कि गन्ने का दाम 450 रूपये प्रति क्विंटल जल्द से जल्द घोषित किया जाए। क्योंकि जब तक गन्ने के दाम घोषित नही होते तब तक किसानों को शुगर मिल से भुगतान नहीं होता है। उन्होंने कहा कि गन्ना कानून के मुताबिक किसानों को गन्ने का भुगतान 14 दिन में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन शुगर मिलों में किसानों का गन्ने का पिछला भुगतान बकाया है उसे जल्द दिया जाए और कानून के अनुसार उस पर ब्याज दिया जाए। उन्होंने कहा कि आपदा के कारण खराब हुई फसल का मुआवजा जल्द दिया जाए।
उन्होंने कहा कि गन्ने की पिराई जल्द शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सभी शुगर मिलों को नवंबर के पहले सप्ताह में चलाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने बासमती चावल के सभी किस्म के धान का निर्यात मूल्य न्यूनतम 1200 डॉलर प्रति टन निर्धारित किया है। सरकार के इस निर्णय से भारत से बासमती चावल का निर्यात बंद हो गया है। सरकार इस फैसले को तुरंत प्रभाव से हटाए। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे।
