फतेहाबाद: बिल न भरने से अल्फा सिटी की बिजली सप्लाई कटी

बिल न भरने पर बिजली निगम द्वारा अल्फा सिटी की बिजली सप्लाई काटने से इस कालोनी में रहने वाले लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। अल्फा सिटी के लोगों ने अल्फा सिटी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर संतोष अग्रवाल, अल्फा जी क्रोप गुडगांव के सीईओ आशीष सरीना और फतेहाबाद अल्फा मैनेजमेंट एआईसी हरीश खुराना कंसलटेंट पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी है। इन लोगों ने एसपी से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
एसपी को दी शिकायत में अल्फा सिटी, सेक्टर-4 फतेहाबाद निवासी व अल्फा वेलफेयर सोसायटी के प्रधान देवेन्द्र पूनियां, नरेश कुलडिय़ा, गुरबख्श सिंह, संदीप भाटिया, बलविन्द्र सिंह, जगदीश शर्मा, राम सिंह, श्योचंद, अमन, प्रदीप झाझड़ा, राजेश शर्मा, ललित आदि ने कहा है कि अल्फा कम्पनी ने यहां प्राइवेट कालोनी को डेवेलप किया हुआ है। अल्फा सिटी में सभी सुविधाएं देने की जिम्मेदारी उक्त आरोपियों की ही, लेकिन आरोपी सरकार की हिदायतों की उल्लंघना कर उन्हें कोई सुविधाएं नहीं दे रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि अल्फा मैनेजमेंट ने एक बिजली कनेक्शन, बिजली विभाग से सिंगल प्वांट कनेक्शन ले रखा है और आगे मल्टी प्वाइंट कनेक्शन, सिंगल प्वाइंट कनेक्शन से कालोनीवासियों को दे रखे हैं। कालोनीवासी बिजली बिल का नियमानुसार अल्फा मैनेजमेंट को भुगतान कर रहे हैं और जुलाई 2023 तक बिल अदा किया जा चुका है। इन लोगों ने बताया कि अब बिजली विभाग ने अल्फा सिटी कालोनी की बिजली आपूर्ति काट दी है।
इस पर जब बिजली निगम कार्यालय में गए तो उन्हें पता चला कि अल्फा सिटी के स्थानीय प्रबंधक हरीश खुराना, संतोष अग्रवाल चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर व आशीष सरीन सीईओ ने पिछले 3-4 माह का बिल जमा नहीं करवाया है,जबकि कालोनीवासियों से नियमित बिजली बिल लिए जा रहे हैं। कालोनी की बिजली सप्लाई काटने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और बच्चों की पढ़ाई भी खराब हो रही है। इन लोगों ने आरोप लगाया कि नियमित बिल वसूलने के बावजूद कम्पनी द्वारा बिजली निगम में जमा न करवाकर कम्पनी के अधिकारियों ने उनके साथ धोखाधड़ी और षडयंत्र के तहत राशि का गबन किया है। इससे कालोनियों को परेशानी हो रही है। इन लोगों ने एसपी को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी करने, गबन करने और अमानत में ख्यानत करने बारे कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
