शहर के विभिन्न मंदिरों में हुई मां विषहरी की पूजा

शहर के विभिन्न मंदिरों में शुक्रवार को विषहरी पूजा आयोजित की गई।इस अवसर पर रेलवे कॉलोनी स्थित विषहरी मंदिर में भी विषहरी की पूजा की गई।
पूजा को लेकर मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया है। सबसे ज्यादा महिलाएं पूजा में शामिल होने सुबह से ही मंदिर में पहुंच रही थी। यहां हर वर्ष विषहरी पूजा की जाती है।प्रत्येक वर्ष मनाये जाने वाले इस पूजा को लेकर भक्त उत्साहित थे। सबसे ज्यादा बंगाली समुदाय के लोगों के द्वारा यह पूजा की जाती है।
पंडित जय हिंद मिश्रा ने बताया कि जब सिंह नक्षत्र मध्य रात्रि में प्रवेश करता है तब कुछ स्थानों में बाला लखेन्द्र की बारात निकाली जाती है। इस पूजा में प्रसाद के रूप में डलिया दूध व लावा का भोग लगाया जाता है। पुरोहित ने कहा कि ऐसी मान्यता है की सर्पदंश से हुई मौत के बाद सती बिहुला ने शव को लेकर गंगा के मार्ग से यात्रा कर भगवान शिव की कृपा से जीवित करवाया था। तभी से यह पूजा की जाती है। वही पूजा के बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरित किया गया। इसके अलावे नेपालगढ़ कॉलोनी, धर्मगंज, डुमरिया, लाइन व पास के बंगाल के रामपुर में कई घरों में भी विषहरी पूजा की गई।
